भारतीय चुनाव आयोग ने बुधवार को घोषणा की कि राज्यसभा की 12 रिक्त सीटों के लिए चुनाव 3 सितंबर को होंगे. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, सर्बानंद सोनोवाल और ज्योतिरादित्य सिंधिया, मीसा भारती सहित मौजूदा सदस्यों के लोकसभा के लिए चुने जाने के कारण राज्यसभा की 10 सीटें रिक्त हो गईं, जबकि दो सदस्यों डॉ के केशव राव और ममता मोहंता के इस्तीफा देने के कारण दो सीटें रिक्त हुई हैं.
आयोग ने कहा कि राज्यसभा चुनाव की इन 12 सीटों के लिए अधिसूचना 14 अगस्त को जारी होगी, जबकि इन सीटों के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तारीख 21 अगस्त है.
चुनाव आयोग के अनुसार, प्रत्येक राज्यसभा सीट के लिए अलग-अलग चुनाव 3 सितंबर को होंगे और उसी दिन परिणाम घोषित किए जाएंगे. नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 26-27 अगस्त हैं.
नौ राज्यों की 12 सीटों पर होगा मतदान
असम, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और त्रिपुरा के लिए नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 26 अगस्त है, जबकि बिहार, हरियाणा, राजस्थान, तेलंगाना और ओडिशा में नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 27 अगस्त है.
राज्यसभा की कुल 12 रिक्त सीटों में से असम, बिहार और महाराष्ट्र से 2-2 सीटें हैं; हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, त्रिपुरा, तेलंगाना और ओडिशा से 1-1 सीट खाली है. समीकरण के अनुसार बीजेपी एवं एनडीए को 12 सीटों में से 11 मिल सकता है और 1 सीट कांग्रेस को तेलंगाना से मिल सकता है.
Election Commission of India releases notification for the 12 vacant seats of Rajya Sabha. Elections will be held on 3rd September. The last date for withdrawal of nominations is the 26th and 27th of August. pic.twitter.com/1d3SgWivOT
— ANI (@ANI) August 7, 2024
इन सांसदों के इस्तीफे से रिक्त हुईं सीटें
चुनाव आयोग के अनुसार असम के कामाख्या प्रसाद तासा और सर्बानंद सोनावाल, बिहार से मीसा भारती और विवेक ठाकुर, हरियाणा से दीपेंद्र सिंह होड्डा, मध्य प्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया, महाराष्ट्र से उदयन राजे भोसले और पीयूष गोयल, राजस्थान के केसी वेणुगोपाल और त्रिपुरा से बिप्लब कुमार देब लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गये थे, जबकि तेलंगाना से के केशव राव और ओडिशा से ममता मोहंता ने राज्यसभा से इस्तीफा दिया था. इस कारण ये सभी 12 सीटें रिक्त हुई हैं.
बता दें कि ममता मोहंता हाल में बीजेडी से नाता तोड़ दिया है और बीजेडी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था. उसी तरह से के केशव राव बीआरएस से नाता तोड़ने के बाद कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की है.