लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) में भाजपा के लिए केरल का राजनीतिक सूखा खत्म हो गया है. अभिनेता से नेता बने सुरेश गोपी (Suresh Gopi) ने त्रिशूर सीट से 74,686 मतों के अंतर से जीत दर्ज की है. इसके साथ भाजपा ने मंगलवार को केरल में अपना खाता खोल लिया. गोपी ने पूर्व राज्य मंत्री और भाकपा नेता वीएस सुनील कुमार को हराया. गोपी को कुल 4,12,338 और सुनील कुमार को 3,37,652 मत मिले. वहीं, पड़ोसी वडकरा निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस सांसद के. मुरलीधरन तीसरे स्थान पर रहे, जिन्हें इस बार त्रिशूर से टिकट दिया गया था.
कौन हैं सुरेश गोपी?
केरल में भारतीय जनता पार्टी को लोकसभा चुनावों में जीत का स्वाद चखाने वाले सुरेश गोपी मलयाली फिल्मों के अभिनेता हैं जिन्होंने राजनीति की ओर रुख किया है। मणिचित्राथाझु, ए नॉर्दर्न स्टोरी ऑफ वेलोर और ओरु सीबीआई डायरी कुरिप्पु सहित 250 से ज्यादा चर्चित फिल्मों में काम किया है। गोपी को 1998 में उनकी फिल्म कलियाट्टम के लिए राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार मिला था।
भाजपा से कैसे बना रिश्ता?
सुरेश गोपी का जन्म केरल के अलप्पुझा जिले में हुआ था। फिल्मों में अभिनय से प्रसिद्ध हुए गोपी राष्ट्रपति द्वारा नामित 29 अप्रैल 2016 को राज्यसभा के लिए नामित किए गए थे। इसके बाद सुरेश गोपी अक्टूबर 2016 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे।
कई चुनावों में मिली थी हार
साल 2019 में सुरेश गोपी त्रिशूर से लोकसभा चुनाव में हार गये थे। उन्हें 2021 के विधानसभा चुनाव में भी हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि, इस बार गोपी चुनाव जीत गए। गोपी ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के उम्मीदवार वी एस सुनील कुमार को एक दिलचस्प मुकाबले में हराया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद मुरलीधरन इस सीट से तीसरे नंबर पर रहे।
मलयालम सिनेमा का बड़ा नाम है सुरेश गोपी
सुरेश गोपी का जन्म 1958 में केरल के अलप्पुझा में हुआ. जूलॉजी में बैचलर डिग्री के बाद गोपी ने इंग्लिश लिटरेचर में एमए की डिग्री हासिल की. सुरेश गोपी एक अभिनेता होने के साथ ही प्लेबैक सिंगर भी हैं. मलयालम सिनेमा का बड़ा नाम हैं. साथ ही तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी फिल्मों में भी अपनी प्रभावी उपस्थिति दर्ज करा चुके हैं.
सुरेश गोपी का 32 साल का फिल्मी करियर है. उनके अभिनय जीवन की पहली बड़ी सफलता 1992 में आई फिल्म थलास्तानम से मिली. उन्होंने 250 से ज्यादा फिल्मों में अपने अभिनय कौशल का प्रदर्शन किया है. 1997 में आई फिल्म लेलम में उनके किरदार को काफी सराहा गया. इसके अगले ही साल 1998 में आई फिल्म कलियाट्टम के लिए उन्हें बेस्ट एक्टर के नेशनल अवॉर्ड से नवाजा गया. साथ ही उन्होंने एक लंबे वक्त तक टीवी शो भी होस्ट किया है.
सुरेश गोपी अक्टूबर 2016 में भाजपा में शामिल हो गए थे. गोपी को 2019 के लोकसभा चुनाव में त्रिशूर से हार का सामना करना पड़ा था. उन्हें 2021 के विधानसभा चुनाव में भी हार झेलनी पड़ी थी.