म्यूजिक इंडस्ट्री से जुड़ी एक दुखद खबर सामने आई है। खबर है कि प्रसिद्ध शास्त्रीय गायिका डॉ. प्रभा अत्रे का शनिवार सुबह 92 वर्ष की उम्र में पुणे में उनके आवास पर दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें पुणे के दिनानाथ मंगेशकर अस्पताल लेकर गए थे, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। दिग्गज गायिका हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के किराना घराने से जुड़ी थीं। संगीत के क्षेत्र में योगदान के लिए उन्हें भारत सरकार द्वारा तीनों प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कारों से भी सम्मानित किया था।
गायिका प्रभा अत्रे का हुआ निधन
प्रभा अत्रे का मुंबई में एक कार्यक्रम था, लेकिन उसमें हिस्सा लेने के पहले ही उन्हें दिल का दौरा पड़ गया। शास्त्रीय गायिका प्रभा ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। वहीं उनके करीबियों ने सोशल मीडिया के जरिए उन्हें श्रद्धांजली दी है। प्रख्यात शास्त्रीय गायिका डॉ. प्रभा अत्रे का निधन आज यानी शनिवार, 13 जनवरी, 2024 को हुआ।
भारतीय शास्त्रीय संगीत की नामचीन हस्ताक्षर प्रभा अत्रे जी का देहावसान हम सभी के लिए अपूरणीय क्षति है। पद्मश्री, पद्मभूषण व पद्म विभूषण से सम्मानित व गायन कला की प्रतिभा सम्पन्न कलाकार को विनम्र श्रद्धांजलि
परम पिता परमेश्वर से प्रार्थना है कि वे उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। pic.twitter.com/wkwA5aG2wz
— Sanjiv Chaurasia (@schaurasiabjp) January 13, 2024
प्रभा अत्रे के बारे में खास बातें
गायिका प्रभा अत्रे ने किराना घराना के सुरेशबाबू माने और हीराबाई बड़ोदकर से क्लासिकल म्यूजिक सीखा था। शास्त्रीय गायिका होने के अलावा वह एक लेखिका भी थीं। विज्ञान और विधि में स्नातक प्राप्त अत्रे ने संगीत में डॉक्टरेट की उपाधि हासिल की थीं।
पद्मविभूषण डाॅ. प्रभा अत्रे 💔 विनम्र श्रद्धांजली 🙏🏽🙏🏽 pic.twitter.com/8CK4M86B6q
— Renuka Shahane (@renukash) January 13, 2024
प्रभा अत्रे को मिले 3 पद्म पुरस्कार
प्रभा अत्रे को साल 1990 में पद्म श्री, साल 2002 में पद्म भूषण और 2022 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। अत्रे ने अपने करियर के शुरुआत में स्टेज सिंगिंग एक्ट्रेस के रूप में काम किया। उन्होंने मराठी थिएटर क्लासिक्स में भी भूमिकाएं निभाईं थी, जिनमें ‘संशय-कल्लोल’, ‘मानापमान’, ‘सौभद्रा’ और ‘विद्याहरण’ जैसे संगीत नाटक शामिल थे।