राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मंगलवार को गोवा में समान नागरिक संहिता की प्रशंसा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह राज्य के लिए गौरव की बात है और देश के लिए अच्छा उदाहरण है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य की महानगरीय संस्कृति में महिलाओं को भी समान दर्जा प्राप्त है।
LIVE: President Droupadi Murmu addresses the convocation of Goa University https://t.co/26wol4ojaW
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 23, 2023
तीन दिवसीय यात्रा पर मंगलवार को गोवा पहुंची राष्ट्रपति मुर्मु राजभवन में आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह को संबोधित कर रही थीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि गोवा में उच्च शिक्षा में महिला छात्रों की संख्या 60 प्रतिशत से अधिक है लेकिन राज्य के कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की जरूरत है।
मुझे यह जानकर बहुत प्रसन्नता हुई है कि गोवा के उच्च शिक्षण संस्थानों में छात्राओं की संख्या 60 प्रतिशत से अधिक है। लेकिन गोवा के workforce में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने की आवश्यकता है। गोवा के लिए यह गौरव का विषय है कि यहां के लोगों ने, समान नागरिक संहिता को अपनाया है। pic.twitter.com/lZKjF0OLP4
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 22, 2023
यह गोवा के लिए गौरव की बात है कि यहां लोगों ने समान नागरिक संहिता को अपनाया है। गोवा में औपनिवेशिक युग का पुर्तगाली नागरिक संहिता है, जो सभी धर्मों के लोगों पर लागू होती है।
राष्ट्रपति ने कहा कि समान नागरिक संहिता गोवा में रहने वाले सभी समुदायों के महिला और पुरुषों को समान अधिकार प्रदान करता है। यह संविधान के अनुरूप हैं और देश के लिए अच्छा उदाहरण है। राष्ट्रपति ने आत्मनिर्भर गोवा पहल की भी प्रशंसा की की और कहा कि इस अवधारणा को पूरे देश में सराहा गया।
गोवा के प्रतिभाशाली लोगों ने देश-विदेश में प्रतिष्ठा तथा लोकप्रियता अर्जित की है। स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर जी ने, देश के रक्षामंत्री और गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में अपनी सादगी, सत्य-निष्ठा और कार्य कुशलता के बल पर देश के इतिहास में अपना सम्मानित स्थान बनाया है। pic.twitter.com/jg4ECUGjzB
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 22, 2023