हरियाणा की नायब सैनी सरकार सियासी संकट में फंसी हुई है. तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के बाद विपक्ष सरकार के अल्पमत में होने का दावा कर रहा है. इसी बीच 15 मई को कैबिनेट की बैठक बुलाई गई है. इसमें विधानसभा का सत्र बुलाने को लेकर भी चर्चा हो सकती है.
दरअसल, नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार नहीं चाहती कि अल्पमत में होने के विपक्ष के दावों को खारिज किए बिना लोकसभा चुनाव का सामना किया जाए. माना जा रहा है कि इसी वजह से विधानसभा का सत्र बुलाकर सरकार अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने पर विचार कर सकती है.
‘जरूरत पड़ने पर एक बार फिर बहुमत साबित कर देंगे’
इसका संकेत सीएम नायब एक दिन पहले ही दे चुके हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा था, हमारे साथ जन का विश्वास भी है और सदन का भी. लगभग 1 महीने पहले ही कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई थी. हमने बहुमत सिद्ध किया था. जरूरत पड़ने पर एक बार फिर बहुमत साबित कर देंगे.
हमारे साथ जन का विश्वास भी है और सदन का भी।लगभग 1 महीने पहले ही कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई थी हमने बहुमत सिद्ध किया था।जरूरत पड़ने पर एक बार फिर बहुमत साबित कर देंगे।
लेकिन कांग्रेस और उनके नए साथी दुष्यंत को लगता है ज्यादा जल्दी है।दुष्यंत ने जो आनंद लिए हैं वो अब अखर… pic.twitter.com/1VPCoAmPqz
— Nayab Saini (मोदी का परिवार) (@NayabSainiBJP) May 9, 2024