पूरे भारत में मानसून आने से भीषण गर्मी से राहत मिली है, लेकिन इसके साथ ही डेंगू का खतरा काफी ज्यादा बढ़ गया है, क्योंकि इस मौसम में मच्छरों का लार्वा तेजी से पनपता है. हर साल डेंगू बुखार के कारण कई लोगों की मौत हो जाती है. इस बीमारी में ब्लड प्लेटलेस्ट काउंट तेजी से गिरता है. अगर आपको भी ये परेशानी है तो कुछ पौधौं का जूस राहत का सबब साबित हो सकता है.
डेंगू एक फैलने वाली बीमारी है जो ‘एडिस एजिप्टी’ (Aedes Aegypti) नामक मच्छर के काटने से फैला है. चूंकि इसके शरीर में सफेद रंग की धारियां होती हैं, इसलिए इसे ‘टाइगर मस्किटो’ (Tiger Mosquito) भी कहा जाता है. इस मच्छर का लारवा साफ पानी में पनपता है और ये दिन के समय काटता है.
डेंगू का मच्छर डंक मारकर इंसान के शरीर में अपना वायरस फैलाता है, फिर जब ये दूसरे सेहतमंद शख्स को काटता है, तो उसकी बॉडी भी संक्रमित हो जाती. आमतौर पर ये 16 से 30 डिग्री तापमान पर ज्यादा पनपता है, इसलिए बारिश का मौसम इनके प्रजनन के लिए उपयुक्त है.
डेंगू बुखार में गिर जाता है प्लेटलेस्ट काउंट
एक सेहतमंग इंसान के शरीर में प्रति माइक्रोलीटर खून में 1,50,000 और 2,50,000 के बीच प्लेटलेट्स काउंट होता है लेकिन टाइगर मच्छर के काटने के बाद जब बुखार आता है तो आमतौर पर ये संख्या 1 लाख से कम हो जाती है, जिससे लाइफ रिस्क बढ़ जाता है.
डेंगू होने पर पिएं ये 2 जूस
1. पपीते के पत्तों का जूस
जब कभी आपको या आपके परिवार के किसी सदस्य को डेंगू बुखार हो जाए और प्लेटलेस्ट काउंट में कमी आने लगे तो तुरंत पपीते के पत्ते का जूस निकालकर पी जाएं इससे जल्द फायदा मिलेगा.
2. गिलोय का जूस
गिलोए एक ऐसा पौधा है जिसे अगर आयुर्वेद का वरदान कहा जाए तो शायद गलत नहीं होगा. डेंगू बुखार बढ़ने पर तुरंत इसका जूस निकालकर पी जाएं ये प्लेटलेट्स काउंट तेजी से बढ़ता है और रिकवर करना भी आसान हो जाता है.
डेंगू से बचने के उपाय
बारिश के मौसम में गमलों, नारियल के खोल, टायर, पक्षियों के लिए रखे गए बर्तन जैसी चीजों में पानी जमा न होने दें. इसके अलावा कूलर का पानी समय समय पर बदलते रहें, या फिर इसमें 2 चम्मच मिट्टी का तेल डाल लें. पानी टंकी खुली रखने से भी इसमे डेंगू मच्छर पनपने लगते हैं.