हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में बादल फटने से भारी तबाही मची है। तेज बारिश के कारण नदी-नालों का जलस्तर अचानक बढ़ गया, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति बन गई। कई जगहों पर नदियों के उफान में मकान बह गए हैं, और सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। सामने आए वीडियो में बाढ़ का विकराल रूप साफ देखा जा सकता है। कुल्लू के औट-लुहरी-सैंज राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई है।
बंजार में दो कार्यक्रमों में हिस्सा लेने आए कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार और तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी भी फंस गए हैं। मणिकर्ण घाटी, सैंज और बंजार क्षेत्र में हालात गंभीर हैं। सैंज घाटी के जीवा नाले में आई बाढ़ से एनएचपीसी के शेड बह गए हैं और बिहाली गांव पर खतरा मंडरा रहा है। सैंज बाजार में स्कूटी और एक कैंपर बाढ़ में बह गए, जिससे लोगों में दहशत फैल गई और मकानों को खाली करने की नौबत आ गई।
तीर्थन घाटी के हुरनगाड़ क्षेत्र में भी भारी नुकसान की सूचना है, जहां दो वाहन और दो मकान बहने की खबर है। वहीं, मणिकर्ण घाटी के बलाधी गांव की पार्वती नदी पर बनी अस्थायी पुलिया बाढ़ में बह गई, जिससे गांव का संपर्क पूरी तरह कट गया है। यह पुल ग्रामीणों ने 2024 की आपदा के बाद स्वयं तैयार किया था। प्रशासन ने राहत और बचाव दलों को सतर्क कर दिया है और लगातार हालात पर नजर रखी जा रही है।
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