हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को एम्स, नई दिल्ली ट्रांसफर किया गया है. वह अग्नाशयशोथ या Pancreatis रोग से पीड़ित हैं. उनका इलाज पहले इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (आईजीएमसी), शिमला में चल रहा था. उनका स्वास्थय स्थिर बताया जा रहा है. आखिर यह बीमारी क्या है, क्या हैं इसके लक्षण और कारण?
पैन्क्रियाटाइटिस (pancreatitis), पेनक्रियाज यानी कि अग्नाशय से जुड़ी एक बीमारी है. इसमें पेनक्रियाज में सूजन आ जाती है. इस बीमारी के हल्के मामले बिना इलाज के भी ठीक हो जाते हैं लेकिन इसके सीरियस केस घातक भी साबित होते हैं.
अग्नाशय पेट की बड़ी ग्रंथि होती है जो छोटी आंत के ऊपरी हिस्से के बगल में होती है. यह पाचन में मददगार एंजाइमों को बनाता है. यह ऐसे हार्मोन भी बनाता है जिससे बॉडी में ग्लूकोज की प्रक्रिया निर्धारित करने में मदद मिलती है.
पहला- एक्यूट यानी तेज पैन्क्रियाटाइटिस. इसमें बीमारी अचानक होती है. एक्यूट प्रैन्क्रियाटाइटिस के मरीज आमतौर पर सही इलाज से पूरी तरह ठीक हो जाते हैं हालांकि यह जानलेवा भी साबित हो सकती है.
लक्षण: पेट दर्द जो पीठ की तरफ जा सकता है, उल्टी आना, खाने के बाद दर्द बढ़ जाना, कमोजरी सुस्ती
इस बीमारी का दूसरा प्रकार है क्रोनिक पैन्क्रियाटाइटिस. यह एक्यूट पैन्क्रियाटाइटिस के बाद होता है. इसमें मरीजों को गंभीर दर्द होता है और अग्नाशय को गंभीर क्षति पहुंच सकती है. लंबे समय से शराब या ध्रूम्रपान का सेवन इस बीमारी का कारण होता है.
लक्षण: बार-बार पेट में दर्द होना, पाचन समस्याओं का होना, खाने की आदतें और मात्रा सामान्य होने पर भी वजन कम होना.
एक्यूट पैन्क्रियाटाइटिस के कारण
पित्ताशय की पथरी, शराब का ज्यादा सेवन करना, कुछ दवाओं का सेवन आदि.
क्रोनिक पैन्क्रियाटाइटिस के कारण
शराब का अधिक सेवन, पेनक्रियाज के अनुवांशिक विकार, ट्यूमर, कुछ दवाओं का सेवन.
इलाज
पैन्क्रियाटाइटिस के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. डॉक्टर के बताए गए दिशा निर्देशों का पालन बहुत जरूरी है. इसके अलावा इस बीमारी से बचने के लिए अपनी डाइट में सुधार लाना और एक हेल्दी और बैलेंस डाइट फॉलो करना, जो कि पेनक्रियाज में सूजन पैदा ना करे. लो फैट फूड्स का सेवन इसमें मदद पहुंचा सकता है.