हिमाचल प्रदेश के चंबा में एक मुस्लिम लड़की से प्यार करने के कारण एक दलित लड़के की हत्या करके उसके शव को 8 टुकड़ों में काटे जाने का बाद तनाव हो गया है। मृतक को न्याय दिलाने के लिए प्रदेश भर में प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बीच भाजपा ने मृतक के परिवार को 5 लाख रुपए की अनुग्रह राशि दी है। मामले को ST-SC आयोग के समक्ष उठाने का भी फैसला लिया गया है।
वहीं, यह बात भी सामने आई है कि 21 वर्षीय मृतक मनोहर के शव का पहुँचने में उसके खच्चरों ने मदद की थी। मनोहर खच्चरों पर सामान ढोकर अपने परिवार का पालन पोषण करता था। जिस दिन से मनोहर लापता हुआ, उस दिन से ये खच्चर लगातार एक स्थान पर जाकर खड़े हो जाती थे। कहा जा रहा है कि इसी जगह पर मनोहर की हत्या की गई थी।
उधर, भाजपा ने आरोप लगाया है कि मुख्य आरोपित शब्बीर (कहीं-कहीं शरीफ मोहम्मद नाम दिया गया है) का आतंकियों से तार जुड़े पाए गए थे। उसने नोटबंदी के दौरान 95 लाख रुपए बदलवाए थे। इतना ही नहीं, उसके खाते मे दो करोड़ रुपए हैं। वह 10,000 फीट की ऊँचाई पर अकेला घर बनाकर भी रहता है।
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता जयराम ठाकुर (Jairam Thakur) ने मृतक मनोहर लाल के परिजनों को 5 लाख रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस राशि से मनोहर के घर-परिवार को गुजर-बसर करने में मदद मिल सकेगी।
लोकसभा सांसद सुरेश कश्यप ने कहा है कि भाजपा इस मामले को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग के समक्ष उठाएगी। वहीं, भाजपा के राज्यसभा सांसद सिकंदर कुमार ने प्रदेश सरकार से पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए और सरकारी नौकरी देने की माँग की है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि खच्चरों पर समान ढोकर परिवार चलाने वाला मनोहर जिस दिन से मनोहर लापता हुआ था, उस दिन से उसके खच्चर एक स्थान पर जाकर खड़े हो जाते थे। ये वही स्थान था, जहाँ मनोहर की हत्या की गई।
स्थानीय लोगों को खच्चरों का ये व्यवहार अजीब लगता था। तीसरे दिन जब वहाँ से गुजरते एक राहगीर को दुर्गंध का अहसास हुआ तो स्थानीय लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। इस तरह मनोहर का शव 8 टुकड़ों में बरामद हुआ।
एडीजीपी अभिषेक त्रिवेदी ने बताया कि मनोहर के आरोपियों के परिवार की लड़कियों के साथ प्रेम संबंध थे। अलग-अलग धर्म के होने के चलते लड़की के परिवार को ये नागवार गुजरा था। दूसरे धर्म से होने की वजह से आरोपित परिवार को मनोहर से परेशानी थे।
पुलिस का कहना है कि मनोहर को रास्ते से हटाने के लिए आरोपित के परिवार ने मनोहर को घर पर बुलाया और उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद लाश को ठिकाने लगाने के लिए उसके शव को टुकड़ों में काट दिए और नाले में फेंक दिया।
विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर का कहना है कि आरोपित शरीफ मोहम्मद, मुसाफिर मोहम्मद और फरीदा ने मनोहर को अपने घर बुलाया। वहाँ उनका मनोहर से बहस हुई और फिर लाठी-डंडे से इतना मारा गया था कि वह बेहोश हो गया। उसके बाद आँगन में बेहोश पड़े मनोहर को आरी मशीन से 8 टुकड़ों में काट दिया गया।
मृतक मनोहर के परिजनों ने बताया कि उसकी शादी हत्या के 15 दिन बाद शादी होने वाली थी। मनोहर की शादी पास ही के ही एक गाँव में तय की गई थी। घर में उसकी शादी की तैयारियाँ चल रही थीं। इस बीच उसकी हत्या कर दी गई। मनोहर अपने घर में कमाने वाला अकेला शख्स था।
भाजपा नेता जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्य आरोपित शरीफ से साल 1998 में चंबा के सतरुडी में हुए एक आतंकी हमले में पूछताछ की गई थी। इस हमले में 35 लोगों की मौत हो गई थी। शरीफ की बहन से मनोहर के संबंध थे। इससे वह नाराज रहता था।
विधानसभा में विपक्ष के नेता ठाकुर ने कहा कि मुख्य आरोपित ने नोटबंदी के दौरान 95 लाख रुपए के नोट बदलवाए थे और उसके खाते में दो करोड़ रुपए हैं। उन्होंने कहा कि जब आरोपित के पास इतने बड़े आय के साधन नहीं हैं तो उसके पास इतनी बड़ी कहाँ से आई।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आरोपित के पास सिर्फ 3 बीघा जमीन है, लेकिन वह 100 बीघा जमीन पर कब्जा किए हुए है। वह 10,000 फीट की ऊँचाई के बेहद दुर्गम इलाके में अपना घर बनाकर रहता है और उसके पास 100 भेड़-बकरियाँ हैं। इस मामले में जयराम ठाकुर ने NIA जाँच की भी माँग की। हालाँकि, कॉन्ग्रेस की सरकार इसे ऑनर किलिंग का मामला मान रही है।