लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला गुरुवार से रूस के सेंट पीटर्सबर्ग शहर में में आयोजित होने वाले 10वें ब्रिक्स पार्लियामेंट्री फोरम में भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।
प्रतिनिधिमंडल में राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश, राज्यसभा सदस्य शंभू शरण पटेल, लोकसभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह और राज्यसभा महासचिव पीसी मोदी शामिल होंगे। 10वें ब्रिक्स पार्लियामेंट्री फोरम का विषय समान वैश्विक विकास और सुरक्षा के लिए बहुपक्षवाद को मजबूत करने में संसदों की भूमिका है।
ब्रिक्स देशों और आमंत्रित देशों अजरबैजान, आर्मेनिया, बेलारूस, कजाखस्तान, किर्गिज गणराज्य, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान की संसदों के पीठासीन अधिकारी और अंतर-संसदीय संघ की अध्यक्ष तुलिया एक्सन भी इस बैठक में भाग लेंगी। बिरला और हरिवंश दो-दो उप-विषयों पर पूर्ण सत्र को संबोधित करने वाले हैं। लोकसभा अध्यक्ष मॉस्को में भारतीय प्रवासियों के सदस्यों से भी मुलाकात करेंगे।
‘योजनाबद्ध गतिरोधों’ से लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं होगा: लोकसभा अध्यक्ष बिरला
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को कहा कि विधायिकाओं में “योजनाबद्ध गतिरोध” या नारे लगाने से लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता है और विपक्ष और सत्तारूढ़ दलों के बीच बातचीत समय की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि अध्यक्ष के रूप में दूसरे कार्यकाल में उनका प्रयास संसद में लोगों का विश्वास बढ़ाना होगा, और उन्हें 18वीं लोकसभा में सभी दलों के सदस्यों से उच्च-स्तरीय चर्चा की उम्मीद है।
ओम बिरला ने दिन की शुरुआत में इंदौर नगर निगम में एक कार्यक्रम में स्थानीय जन प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि इंदौर निगम का सदन उच्च गुणवत्ता वाले संवादों और नवाचारों के साथ अन्य नगर पालिकाओं, नगर परिषदों और पंचायतों के लिए एक मॉडल बने, क्योंकि नियोजित गतिरोध या सदन के मंच के पास आकर नारे लगाने से समस्याओं का समाधान नहीं होगा।