गुजरात सहित भारत के कई सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तान की ड्रोन गतिविधियां बेहद गंभीर और सुनियोजित खतरे के रूप में सामने आ रही हैं। यह स्थिति न केवल सुरक्षा के लिहाज से चिंताजनक है, बल्कि यह हाइब्रिड वॉरफेयर यानी मिलिट्री + साइबर + साइकोलॉजिकल टैक्टिक्स का हिस्सा भी प्रतीत होती है।
1. पाकिस्तानी ड्रोन गतिविधियों की ताज़ा स्थिति
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जगहें:
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गुजरात: पाटन, कच्छ, बनासकांठा
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स्पॉट: नालिया, जाखौ, नारायण सरोवर
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ड्रोन संख्या: 12
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कार्रवाई: सभी ड्रोनों को भारतीय सेना ने मार गिराया, कोई नुकसान नहीं।
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ब्लैकआउट:
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पाटन जिले के संतालपुर तालुका के सीमावर्ती गांवों
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पूर्वी कच्छ और बनासकांठा में पहले भी ब्लैकआउट
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उद्देश्य: दुश्मन की निगरानी/जासूसी को विफल करना
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गुजरात में भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने 6 पाकिस्तानी मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया।
नालिया वायुसेना ने 4 और भुज वायुसेना ने 2 मिसाइलें रोकीं।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, एक महंगा तुर्की टीबी2 ड्रोन हवा में मार गिराया गया।#Gujarat #GujaratInformation #BoycottTurkey… pic.twitter.com/MhgIiGQlKE
— One India News (@oneindianewscom) May 10, 2025
2. सरकार और सुरक्षा एजेंसियों की प्रतिक्रिया
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गुजरात CMO का बयान:
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ब्लैकआउट और जनता को अफवाहों से दूर रहने की अपील
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प्रशासन के निर्देशों का पालन करने का अनुरोध
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स्थानीय पुलिस (पूर्वी कच्छ SP):
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सीमावर्ती इलाकों में सघन वाहन जांच
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स्थानीय ग्रामीणों के साथ समन्वय
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लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आश्वासन
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ड्रोन मलबा मिला:
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खावड़ा गांव, कच्छ — सीमावर्ती क्षेत्र में ड्रोन जैसी वस्तु का मलबा मिला
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3. सरकार द्वारा लिए गए विशेष सुरक्षा निर्णय
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ड्रोन और पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध:
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15 मई तक गुजरात में लागू
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खासकर सीमावर्ती इलाकों में
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सोशल मीडिया निगरानी:
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राष्ट्र-विरोधी या सैन्य गतिविधियों की जानकारी साझा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
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सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर भी सख्त नजर
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निष्कर्ष और विश्लेषण:
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पाकिस्तान की यह ड्रोन गतिविधि साफ दर्शाती है कि वह भारत के भीतर सामरिक और मनोवैज्ञानिक अस्थिरता पैदा करना चाहता है।
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यह ड्रोन भेजने की रणनीति जासूसी, निगरानी और संभावित हथियार परीक्षण/डिलीवरी का हिस्सा हो सकती है।
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भारत की सेना और स्थानीय प्रशासन ने अब तक तेज़, सतर्क और नियंत्रित प्रतिक्रिया दी है — यह राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से एक सकारात्मक संकेत है।