किसान आंदोलन अब धीरे धीरे रक्त रंजित होता जा रहा है हरियाणा पुलिस ने दावा किया है कि किसान आंदोलन 2024 की शुरुआत के बाद से ही दो पुलिसकर्मियों की मौत हो चुकी है और कई लोग घायल हो चुके हैं। इस पर पुलिस की तरफ से गुरुवार को एक बयान भी जारी किया गया है। खास बात है कि किसान आंदोलन के दौरान एक किसान की मौत के बाद बवाल और बढ़ गया है। किसान लगातार इसे लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
अंबाला पुलिस की तरफ से जारी बयान के मुताबिक ‘ 13 फरवरी 2024 से किसान संगठनों द्वारा दिल्ली कूच को लेकर शम्भू बॉर्डर पर लगे बैरिकेड्स को तोड़ने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं और पुलिस प्रशासन पर पत्थरबाजी और हुड़दंगबाजी करके कानून व्यवस्था बिगाड़ने की प्रतिदिन कोशिश की जा रही है। इस दौरान उपद्रवियों द्वारा सरकारी व प्राइवेट संपत्तियों को काफी नुकसान पहुंचाया जा चुका है। इस आंदोलन के दौरान लगभग 20 पुलिस कर्मचारियों को चोटें आई, 1 पुलिस कर्मचारी का ब्रेन हैमरेज व दो पुलिस कर्मचारियों की मृत्यु हुई है।’
रासुका लगाने की तैयारी
पुलिस ने आधिकारिक बयान के जरिए जानकारी दी है कि किसान नेताओं पर NSA यानी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाया जाएगा। बयान के मुताबिक, ‘आपराधिक गतिविधियों को रोकने व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा 2(3) राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम 1980 (NSA एक्ट) के तहत किसान संगठनों के पदाधिकारियों को नजरबंद करने की कार्यवाही प्रशासन द्वारा अमल में लाई जा रही है, ताकि आंदोलन के दौरान कानून व्यवस्था को कायम रखा जा सके व सामाजिक सौहार्द बिगड़ने न पाए।’
किसान नेताओं से वसूला जाएगा सरकारी संपत्ति का नुकसान
आंदोलन के दौरान सरकारी संपत्ति को हुए नुकसान किसान नेताओं से वसूलने की तैयारी की जा रही है। अंबाला पुलिस की तरफ से जारी एक और बयान के अनुसार, ‘प्रशासन द्वारा पहले ही इस संबंध में आम जनता को सूचितऔर सतर्क किया गया था कि इस आंदोलन के दौरान आंदोलनकारियों द्वारा सरकारी व प्राइवेट संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया, तो इस नुकसान की भरपाई उनकी संपत्ति और बैंक खातों को सीज करके की जाएगी।’
खनौरी में प्रदर्शनकारी की मौत होने और 12 पुलिसकर्मियों के घायल होने के बाद बुधवार को आंदोलन को दो दिनों के लिए रोक दिया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने पत्रकारों को बाताया था कि शुक्रवार शाम को आगे की रणनीति को लेकर फैसला लिया जाएगा।