भारत के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को मंगलवार को भव्य समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों से सम्मानित किया, जहां क्रिकेटर मोहम्मद शमी राष्ट्रपति भवन में तालियों की गड़गड़ाहट के बीच पहुंचे. इसमें सबसे बड़ा सम्मान खेल रत्न अवॉर्ड बैडमिंटन की स्टार जोड़ी चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी को मिला है, जबकि स्टार क्रिकेटर मोहम्मद शमी को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. इस बार मोहम्मद शमी समेत 26 एथलीट्स को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है.
बैडमिंटन खिलाड़ियों चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी को 2023 में शानदार प्रदर्शन के लिए प्रतिष्ठित मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया था. उन्होंने 2023 में एशियाई खेलों में अपना और बैडमिंटन में देश का पहला स्वर्ण पदक जीता. इसके अलावा एशियाई चैम्पियनशिप और इंडोनेशिया ओपन सुपर 1000 का खिताब भी जीता. यह पुरुष जोड़ी वर्तमान में मलेशिया ओपन सुपर 1000 में खेल रही है और इसलिए समारोह में शामिल नहीं हुई.
हॉकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद की जयंती के उपलक्ष्य में आम तौर पर 29 अगस्त को होने वाले खेल पुरस्कार समारोह को पिछले साल 23 सितंबर से 8 अक्टूबर तक हुए हांगझोउ एशियाई खेलों के कारण स्थगित कर दिया गया था.
#WATCH | Delhi: Mohammed Shami received the Arjuna Award from President Droupadi Murmu at the National Sports Awards. pic.twitter.com/znIqdjf0qS
— ANI (@ANI) January 9, 2024
राष्ट्रपति भवन में समारोह में 26 खिलाड़ियों और पैरा खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
वर्ल्ड कप में टीम के हीरो रहे थे शमी
भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने पिछले साल वनडे वर्ल्ड कप 2023 में दमदार प्रदर्शन किया था. उन्होंने टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 24 विकेट झटके थे. 33 साल के अनुभवी तेज गेंदबाज शमी अभी टखने चोट से जूझ रहे हैं. इसी कारण वो साउथ अफ्रीका दौरे पर टेस्ट सीरीज नहीं खेल सके थे. मगर अब उनके इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की घरेलू टेस्ट सीरीज में खेलने की उम्मीद जताई जा रही है.
खेल रत्न विजेताओं को 25 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाता है, जबकि अर्जुन और द्रोणाचार्य पुरस्कार में 15 लाख रुपये का नकद पुरस्कार शामिल है.
हाल में शतरंज ग्रैंडमास्टर बनीं आर वैशाली को भी अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया. वह स्टार ग्रैंड मास्टर आर प्रज्ञानानंद की बड़ी बहन हैं. कोनेरू हम्पी और द्रोणावल्ली हरिका के बाद ग्रैंड मास्टर बनने वाली वैशाली देश की तीसरी महिला खिलाड़ी हैं.
युवा स्टार पिस्टल निशानेबाज 19 वर्षीय ईशा सिंह भी जकार्ता में एशियाई ओलंपिक क्वालिफायर में हिस्सा लेने के कारण समारोह के लिए नहीं पहुंच सकीं. उन्होंने सोमवार को 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में व्यक्तिगत और टीम स्वर्ण जीतकर पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया.
इस वर्ष अर्जुन पुरस्कार के लिए चुने गए अन्य दिग्गज खिलाड़ियों में पूर्व जूनियर विश्व चैम्पियन और पिछले साल सीनियर चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता पहलवान अंतिम पंघल, पिछले साल विश्व चैम्पियनशिप के कांस्य विजेता मुक्केबाज मोहम्मद हुसामुद्दीन और पैरा तीरंदाज शीतल देवी शामिल थे.
हांगझोउ एशियाई खेलों में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली शीतल के फोकोमेलिया नामक एक दुर्लभ स्थिति के कारण दोनों हाथ नहीं हैं और वह दोनों हाथों के बिना तीरंदाजी करने वाली पहली अंतरराष्ट्रीय पैरा तीरंदाज हैं.