उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद और महाराज गंज से ईसाई मिशनरियों से जुड़ी खबरें सामने आई हैं। मुरादाबाद में हिंदूवादी कार्यकर्ताओं की शिकायत के बाद पुलिस ने उत्तराखंड के पादरी कुलदीप समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से तीन स्थानीय लोग हैं, जो अपने घरों में प्रार्थना सभा का आयोजन कराते थे और लोगों को धर्मांतरण का लालच देते थे। वहीं, महाराज गंज में हिंदू वादी कार्यकर्ताओं ने ईसाई मिशनरियों के खिलाफ कार्रवाई न करने को लेकर पुलिस थाने का घेराव किया और कार्रवाई की माँग की है। इस मामले में एक महिला ने एफआईआर दर्ज कराई है कि लोगों को बहला-फुसला कर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है।
मुरादाबाद में पादरी कुलदीप समेत 4 गिरफ्तार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा प्रखंड के रम्मनवाला गाँव से पादरी कुलदीप समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कुलदीप उत्तराखंड के उधमसिंहनगर का रहने वाला है। वहीं, रम्मनवाला गाँव के ही अमरजीत, जयपाल और मुकेश को भी गिरफ्तार किया गया है। इनके खिलाफ लोगों को ‘सहायता’ देने की आड़ में लोगों का धर्म परिवर्तन कराने के आरोप हैं। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा मामला उठाए जाने के बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की। मुरादाबाद वीएचपी के महासचिव पंकज सिंह की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
ठाकुरद्वारा के सर्किल ऑफिसर राजेश कुमार ने बताया कि यह घटना 12 जुलाई की रात को रम्मनवाला गाँव में हुई, जब कुछ लोग ईसाई मजहबी सभा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि दो हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने हस्तक्षेप किया और पुलिस से संपर्क कर वित्तीय और अन्य लाभ देने के बहाने जबरन धर्म परिवर्तन की शिकायत की।
एफआईआर के मुताबिक, आरोपितों ने अबतक 15 परिवारों के 60 लोगों को ईसाई बनाया है और वो अन्य लोगों को भी ईसाई बना रहे थे। विहिप पदाधिकारी द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में बताया गया है कि आरोपित हिंदुओं को ईसाई धर्म अपनाने के बदले में पैसे, रेफ्रिजरेटर, टीवी, साइकिल, मोटरसाइकिल और सिलाई मशीन मुहैया कराते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को ईसाई धर्म में परिवर्तित करने वाले लोगों को 25,000 रुपये का इनाम दिया जाता है, जबकि उनका धर्म परिवर्तन कराने वाले पादरी को ईसाई धर्म में शामिल होने वाले प्रत्येक गैर-ईसाई के लिए 35,000 रुपये मिलते हैं। इस मामले में शनिवार (13 जुलाई 2024) को ठाकुरद्वारा थाने में बीएनएस की धारा 351(2) व 351(3) के तहत अपमानजनक और आपराधिक धमकी के साथ ही उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 2021 की धारा 3 व 5(1) के तहत एफआईआर दर्ज की गई।
The news of the arrest of 4 Christians at the Sinduria Police Station, Maharajganj, Uttar Pradesh, for converting Hindus by dubious means, which some of you must have got three days ago, was a result of such consciousness and activism by the @VHPDigital and @BajrangDalOrg: pic.twitter.com/iZgHuFccLE
— Surajit Dasgupta (@surajitdasgupta) July 18, 2024
महाराजगंज में ईसाई धर्मांतरण के खिलाफ रोष
मुरादाबाद ही नहीं, बल्कि महाराज गंज जिले में भी क्रिश्चियन मिशनरी बड़े पैमाने पर सक्रिय हैं। महाराज गंज के सिंदुरिया थाना इलाके में अवैध तरीके से धर्मपरिवर्तन कराने वाले क्रिश्चियन मिशनरी को हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया, तो उन्हें छोड़ दिया गया, जिसके बाद हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने थाने में जमकर हंगामा काटा। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंगलवार (16 जुलाई 2024) को बजरंग दल, विश्व हिंदू महासंघ, गौ रक्षा प्रकोष्ठ से जुड़े कार्यकर्ता सिंदुरिया थाना पहुँचे। उन्होंने ईसाई मिशनरियों द्वारा अवैध रूप से धर्म परिवर्तन कराने के मामलों को उठाया और उप-निरीक्षक प्रवीण कुमार सिंह से सवाल भी पूछा कि जिन ईसाई मिशनरियों को हिंदू कार्यकर्ताओं ने उन्हें सौंपा था, उसके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई। हालाँकि उनके सवालों के जवाब पुलिस वालों से मिलते नहीं दिखे। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इस वीडियो में बजरंग दल के विश्व हिंदू परिषद (बजरंग दल) के जिला संयोजक विवेक श्रीवास्तव और कार्यकर्ताओं ने सिंदुरिया पुलिस पर ईसाई मिशनरियों के सहयोग का आरोप लगाया। विकेक श्रीवास्तव ने कहा कि रविवार (14 जुलाई 2024) को सिंदुरिया पुलिस को सूचना दी गई थी कि अरनहवा गाँव में धर्म परिवर्तन का कार्य हो रहा है, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने उप निरीक्षक प्रवीण कुमार सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब (हिंदू कार्यकर्ता) ईसाई मिशनरियों को पकड़ने जाते है तो आरोपितों को बुला कर एक घंटे थाने पर बैठा लिया जाता है और फिर छोड़ दिया जाता है।
इस दौरान हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन अपनी जिम्मेदारियों को नहीं निभा रहा है। ऐसे में हिंदूवादी संगठन अपने तरीके से चीजों को सही करने लगेंगे, तो दिक्कतें बढ़ जाएँगी। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से ईसाई मिशनरियों के खिलाफ एक्शन लेने की अपील भी की।
इस मामले में एक महिला ने बहलाफुसला कर अवैध धर्मांतरण के मामले में एफआईआर भी दर्ज कराई है। एफआईआर की कॉपी मौजूद है। जिसमें भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 353(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। हालाँकि किसी भी तरह की गिरफ्तारी की सूचना नहीं मिल पाई है। इस मामले में सिंदुरिया थाना प्रभारी से बातचीत करने की कोशिश की गई, लेकिन खबर लिखने तक उनसे संपर्क नहीं हो पाया है। जैसे ही इस मामले में कोई अपडेट आता है, हर खबर को अपडेट करेंगे।