हाल के दिनों में देश भर में कुत्तों के हमले के कई मामले सामने आए थे। अब सुप्रीम कोर्ट में कुत्तों के हमले वाला मामला उठा है। असल में एक मामले की सुनवाई के दौरान अधिवक्ता कुणाल चटर्जी घायल अवस्था में सुप्रीम कोर्ट पहुँचे। उनके हाथ में जख्म था। जब मुख्य न्यायाधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ ने उन्हें इस तरह से देखा तो पूछा कि क्या हुआ। अधिवक्ता ने बताया कि 5 कुत्तों ने एक साथ मिल कर उन पर झपट्टा मारा और हमला बोल दिया। इसी कारण वो घायल हो गए।
इस पर CJI चंद्रचूड़ ने उनसे पूछा कि अगर आपको कोई मेडिकल मदद चाहिए तो वो रजिस्ट्रार को इसके लिए कह सकते हैं। इसी दौरान वहाँ बैठे जस्टिस PS नरसिम्हा ने कुत्तों के हमले को लेकर कहा कि ये एक गंभीर खतरा बन कर उभर रहा है। तब ‘सॉलिसिटर जनरल (SG)’ तुषार मेहता ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में इसी महीने हुई एक घटना का जिक्र किया, जहाँ पिता की गोद में एक 14 वर्ष के बच्चे की मौत हो गई थी। विजयनगर थाना क्षेत्र के चरण सिंह कॉलोनी में डेढ़ महीने पहले एक कुत्ते ने बच्चे को काट लिया था।
बच्चे ने डाँट के डर से ये बात अपने परिवार से छिपाई और इसका खुलासा तब हुआ जब उसके शरीर में रेबीज फैलने लगा। इस मामले में पड़ोस की एक महिला और उसके परिजनों पर मुकदमा दर्ज किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अकेले गाजियाबाद-नोएडा में 1.25 लाख कुत्ते हैं। इस घटना जब सुप्रीम कोर्ट में जिक्र सामने आया तो CJI ने बताया कि उनका लॉ क्लर्क जब गाड़ी पार्क कर रहा था, उस दौरान भी उस पर कुत्तों का हमला हुआ। फिर SG ने ध्यान दिलाया कि एक और छोटे बच्चे पर हमला हुआ था।
[DOG ATTACK CONCERN IN SUPREME COURT]
Adv Kunal Chatterjee appears with an injured hand
CJI: What happened?
Chatterjee: 5 dogs pounced on me..
CJI: If you need medical attention I can ask the registry to look into this
Justice PS Narasimha: this is becoming a menace
SG:…
— Bar & Bench (@barandbench) September 11, 2023
वकील ने इस दौरान इस मामले पर स्वतः संज्ञान लेने की भी अपील सुप्रीम कोर्ट से की, हालाँकि इस पर कुछ कहा नहीं गया है। उत्तर प्रदेश के अमरोहा से भी CCTV वीडियो सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि एक बच्चे को कुत्तों ने दौड़ा कर उस पर हमला कर दिया। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में पहले से ही एक मामला विचाराधीन है, जो लोगों पर कुत्तों के हमले से जुड़ा है। अब वकील के हाथ में पट्टी बाँध पर पहुँचने से ये मामला वहाँ फिर उठा है। इस दौरान पीठ में जस्टिस मनोज मिश्रा भी मौजूद थे।