भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेते हुए बुधवार तड़के पाकिस्तान और पीओके के उन इलाकों में एयरस्ट्राइक की जहां से आतंकी ऑपरेट कर रहे थे. इस एयरस्ट्राइक में अब तक 70 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की खबर है. भारत के एयरस्ट्राइक में कई आतंकी हैंडलर्स भी मारे गए हैं. साथ ही भारतीय सेना ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के ठिकानों को भी मिट्टी में मिला दिया है. इस एयरस्ट्राइक में कई लॉन्चपैड को भी तबाह कर दिया गया है.
ऑपरेशन सिंदूर: शांति का संदेश, लेकिन आतंक पर प्रहार
एयरस्ट्राइक के प्रमुख तथ्य:
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दिनांक: बुधवार तड़के (सुबह से पहले)
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स्थान: पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 5 आतंकी ठिकाने
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उद्देश्य: पहलगाम आतंकी हमले के मास्टरमाइंड्स और उनके लॉंचपैड्स को खत्म करना
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टारगेटेड संगठन:
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लश्कर-ए-तैयबा
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जैश-ए-मोहम्मद
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TRF (The Resistance Front)
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मुख्य उपलब्धियां:
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70 से अधिक आतंकियों का सफाया, जिनमें कई वरिष्ठ हैंडलर शामिल।
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जैश का बहावलपुर स्थित मुख्यालय पूरी तरह नष्ट।
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कई लॉन्चपैड, ट्रेनिंग कैंप और गोला-बारूद के भंडार तबाह।
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पूरी कार्रवाई बेहद सटीक और सीमित कोलैटरल डैमेज के साथ।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और भारत का प्रत्युत्तर:
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एलओसी पर बौखलाहट भरी फायरिंग शुरू कर दी गई पाकिस्तान की ओर से।
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तीन भारतीय नागरिकों की मौत, कई घायल।
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भारतीय सेना का जवाब:
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कई पाकिस्तानी पोस्ट्स और सैनिकों को जवाबी कार्रवाई में निशाना बनाया गया।
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सीमावर्ती गांवों की रक्षा हेतु अतिरिक्त बल तैनात।
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रणनीतिक और राजनीतिक संदेश:
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भारत ने स्पष्ट किया कि आतंकवाद के खिलाफ ‘Zero Tolerance’ नीति ही लागू है।
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यह कार्रवाई केवल सैन्य नहीं, बल्कि राजनयिक, मनोवैज्ञानिक और नैतिक दबाव का भी हिस्सा है।
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यह संदेश पाकिस्तान को, और अप्रत्यक्ष रूप से चीन व OIC जैसे संगठनों को भी है —
“भारत अब चुप नहीं बैठेगा, हर गोली का जवाब सर्जिकल या एयरस्ट्राइक से देगा।”
रणनीतिक विश्लेषण (Defense Doctrine Perspective):
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टाइमिंग:
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तड़के हमला — पाकिस्तान की निगरानी क्षमताओं की कमजोरी का लाभ उठाया गया।
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जॉइंटनेस:
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सेना, वायुसेना और नौसेना की संयुक्त संचालन क्षमता का उत्कृष्ट प्रदर्शन।
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कूटनीतिक कवरेज:
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हमले से पहले और बाद में UN, UNSC P5 देशों और पड़ोसी मित्रों को जानकारी देना।
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नाम ‘सिंदूर’:
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महिलाओं की पीड़ा को राष्ट्र की सामूहिक पीड़ा में बदलते हुए भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक बढ़त।
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भारत का यह प्रतिघात केवल आतंकियों के खिलाफ नहीं था, बल्कि एक राष्ट्र के आत्म-सम्मान, उसके नागरिकों की सुरक्षा, और न्याय के लिए संघर्ष का प्रतीक था।
ऑपरेशन सिंदूर, उस हर माँ, बहन और पत्नी के सिंदूर की रक्षा का नाम है जिसे आतंकियों ने उजाड़ने की कोशिश की थी।