मुरादाबाद में दलित बालिका का अपहरण कर 2 महीने तक रेप करने वाले मुस्लिमों को इसके लिए पैसा मिलता था। यह पैसा इस्लामिक जिहाद के नाम पर मिलता था। दलित नाबालिग का अपहरण करने वाला मुख्य आरोपित सलमान उससे दावा करता था कि वह ना जाने कितनी लड़कियों को मुस्लिम बना चुका है।
यह सारे आरोप 14 वर्षीय दलित बच्ची ने FIR में लगाए हैं। पीड़िता का सलमान, आरिफ, राशिद और जुबैर ने 2 माह पहले अपहरण किया था। इसके बाद उसे एक कमरे में लगातार बेहोशी की हालत में रखते थे। यहाँ उसके साथ 2 माह तक रेप हुआ। पीड़िता ने बताया है कि होश में आने पर उसे गाय-भैंस का मांस खिलाया जाता था।
पीड़िता का आरोप है कि उसके हाथ पर बना ॐ का टैटू तेज़ाब डाल कर मिटा दिया गया। उसके चेहरे पर भी तेज़ाब डालने की धमकी दी गई। पीड़िता को धमकी दी गई अगर उसने किसी को इस प्रताड़ना के विषय में बताया तो उसके परिवार की हत्या कर दी जाएगी। सलमान ने पीड़िता से कहा कि धर्मांतरण करवाने से उसे जन्नत मिलेगी।
थाना भगतपुर क्षेत्रान्तर्गत नाबालिग से दुष्कर्म किये जाने की घटना में थाना भगतपुर पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत है, दि0 04.03.2025 को मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है तथा आज दिनांक 07.03.2025 को मुकदमा उपरोक्त मे वांछित 02 और अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है 1/2 pic.twitter.com/vOCx52OjM3
— MORADABAD POLICE (@moradabadpolice) March 7, 2025
‘मुस्लिम गैंग’ ने कहा कि अगर वह अपने घर में बताएगी तो उसके चाचा-चाची और भाई की हत्या कर दी जाएगी। ऑपइंडिया के पास इस मामले में दर्ज करवाई गई FIR की कॉपी मौजूद है। पीड़िता किसी तरह 2 मार्च, 2025 को अपने घर वापस मुस्लिम लड़कों के चंगुल से छूट कर पहुँची थी। तब वह ढंग से चल फिर भी नहीं पा रही थी।
पीड़िता के परिजनों ने यह भयावह कहानी सुनने के बाद पुलिस में FIR दर्ज करवाई है। सलमान, जुबैर, आरिफ और राशिद को आरोपित बनाया गया है। यह चारों मुरादाबाद के एक गाँव के ही रहने वाले हैं। उनके खिलाफ रेप के साथ ही SC-ST और POCSO एक्ट में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपित सलमान समेत 3 आरोपित गिरफ्तार कर लिए हैं।
मामला सामने आने के बाद मुरादाबाद के हिन्दू संगठन लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। आजाद समाज पार्टी मुखिया और MP चन्द्र शेखर ने भी इस मामले में कार्रवाई की माँग की है। उन्होंने योगी सरकार से कहा है कि सभी दोषियों को तुरंत गिरफ्तार कर, फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर कठोरतम सज़ा दी जाए। उन्होंने पीड़िता के लिए ₹50 लाख के मुआवजे की माँग भी की है।