भोपाल के कॉलेज में ‘मुस्लिम गैंग’ ने कई छात्राओं से रेप किया। उनका वीडियो बनाया। वायरल करने की धमकी दी। इस मामले की शिकायत के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने जाँच कमेटी बनाई। उनकी रिपोर्ट में धर्मांतरण और फंडिंग जैसी कई गंभीर बातें सामने आई हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, NCW ने अपना जाँच रिपोर्ट मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और राज्यपाल मंगुभाई पटेल को सौंप दी है। इसमें बताया गया कि लड़कियों को महंगे तोहफे दिए जाते थे। लग्जरी गाड़ियों में घुमाया जाता था। फिर नशा देकर उनके साथ रेप किया गया।
NCW का कहना है कि ये पूरा मामला सिर्फ उत्पीड़न का नहीं बल्कि धर्मांतरण, ड्रग तस्करी और संगठित अपराध के नेटवर्क की फंडिंग से जुड़ा हुआ भी लगता है।
क्या है पूरा मामला
भोपाल में 11 अप्रैल 2025 को कुछ छात्राओं ने बागसेवनिया में पुलिस में शिकायत की कि उनके साथ मुस्लिम गैंग ने रेप कर वीडियो वायरल करने को लेकर ब्लैकमेल किया।
इसके बाद से आरोपितों की गिरफ्तारी शुरू की गई। इसमें फरहान, साद, साहिल, अली और नबी को जाँच के दौरान गिरप्तार किया गया। पुलिस जाँच के दौरान फरहान को स्पॉट वेरिफिकेशन के लिए ले जाया गया जहाँ उसने भागने और पुलिस वालों से रिवाल्वर छीनने की भी कोशिश की। इस दौरान SI की बंदूक से गोली चल गई और फरहान घायल हो गया।
फरहान ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसे हिन्दू लड़कियों का रेप करने, उन्हें फँसाने और वीडियो के बहाने धमकाने का कोई भी पछतावा नहीं है। इस्लाम के हिसाब से ये सब उसके लिए सवाब का काम है।
फरहान ने यह भी बताया है ‘मुस्लिम गैंग’ हिन्दू लड़कियों का जीवन बर्बाद करना चाहता था और इस काम को जिहाद मानता था, इसलिए हिंदू लड़कियों को ही निशाना बनाया जाता था। फरहान ने तो पुलिस से ये तक कहा कि हिन्दू लड़कियों को फँसा कर रेप करने का उसे गर्व है।
इसके बाद 3 मई 2025 को NCW ने पूरे मामले की जाँच शुरू की। 5 मई 2025 तक भोपाल दौरे पर रही टीम ने पीड़ितों और उनके घरवालों के साथ कॉलेज प्रशासन और पुलिस कर्मियों से भी बात की।
क्या है NCW की रिपोर्ट
महिला आयोग ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि आरोपितों ने छात्राओं को महँगे गिफ्ट और लग्जरी गाड़ियों का लालच देकर उन्हें फँसाया। उनका रेप कर वीडियो वायरल करने की धमकी दकर अन्य लड़कियों कोभी इस कृत्या का मोहरा बनाया।
NCW ने रिपोर्ट में ये भी शामिल किया कि आरोपित सामान्य आर्थिक स्थिति से थे लेकिन उनके रहन- सहन, महँगी बाइक, गैजेट्स का इस्तेमाल को देख कर उनके ड्रग रैकेट या किसी तरह की आपराधिक गतिविधियों से जुड़े होने का भी अंदेशा जताया जा सकता है।
NCW ने राज्य सरकार को यह सुझाव दिया है कि इस पूरे मामले की गहन पड़ताल करवाई जाए। इसके तहत किसी तरह की फंडिंग, धर्मांतरण के दबाव और सरकारी संस्थानों द्वारा शिक्षा निधियों और सरकारी योजनाओं के दुरूपयोग के पहलुओं पर भी जाँच की जाए।
आयोग ने कहा है कि पीड़ित छात्राओं को न्याय मिले इसे पूरी तरह से सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही दोषियों को अधिकतम दंड देने तक NCW मामले से जुड़ा रहेगा। फिलहाल ये रिपोर्ट सीएम और राज्यपाल तक पहुँची है। अब इस पर आगे क्या कार्रवाई की जाएगी ये प्रशासन तय करेगा।