समान नागरिक संहिता यानी यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) को लेकर आम आदमी पार्टी ने अब खुलकर अपना समर्थन दे दिया है। AAP नेता संदीप पाठक ने आज बयान दिया है कि हम सैद्धांतिक रूप से समान नागरिक संहिता (यूसीसी) का समर्थन करते हैं क्योंकि अनुच्छेद 44 भी कहता है कि देश में यूसीसी होना चाहिए। UCC को लेकर केजरीवाल की पार्टी ने कहा कि समान नागरिक संहिता पर सभी धर्मों, राजनीतिक दलों और संगठनों से व्यापक विचार-विमर्श किया जाना चाहिए और आम सहमति बनाई जानी चाहिए।
“सब साथ तभी आएंगे जब जब कांग्रेस एटीट्यूट बदलेगी”
आम आदमी पार्टी के संगठन महासचिव संदीप पाठक ने कहा कि पार्टी आने वाले दिनों में होने वाले विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव के लिए अकेले लड़ने के लिए भी तैयार है। हमें पहले भी दिल्ली पंजाब और गुजरात में मजबूती से चुनाव लड़कर दिखा दिया है। लेकिन अभी देश के सामने एक चुनौती है कि कैसे वर्तमान सरकार को सत्ता से हटाया जाय और इसके लिए सभी पार्टियों को साथ आना होगा। सभी साथ तभी आ सकते हैं जब कांग्रेस अपना एटीट्यूट बदलेगी। आम आदमी पार्टी के नेता ने आगे कहा कि 24 जुलाई को शिमला में होने वाली मीटिंग में जाना है या नहीं, यह कुछ दिनों में तय हो जायेगा।
#WATCH | We support Uniform Civil Code (UCC) in principle as Article 44 also says that there should be UCC in the country. Therefore, there should be a wide consultation with all religions, political parties and organizations and a consensus should be built: AAP leader Sandeep… pic.twitter.com/kiZoOpcgcS
— ANI (@ANI) June 28, 2023
पटना में नहीं बनी बात तो केंद्र के साथ?
बता दें कि हाल ही में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पटना में सभी विपक्षी दलों के साथ हुई महागठबंधन की बैठक में शामिल हुए थे। उस दौरान ये खबरें आईं थी कि इस बैठक में केजरीवाल ने सभी विपक्षी दलों से ये अपील की थी कि दिल्ली सरकार को ट्रांसफर-पोस्टिंग के पॉवर के खिलाफ केंद्र के अध्यादेश पर AAP का साथ दें, लेकिन उस बैठक में तमाम विपक्षी दलों में से केजरीवाल को किसी का भी साथ नहीं मिला। बताया गया था कि इस बात से केजरीवाल इतने नाराज हुए थे कि बैठक के बाद केजरीवाल संयुक्त प्रेस कॉन्फेंस में भी शामिल नहीं हुए थे। इस पूरे घटनाक्रम के बाद ही AAP ने UCC पर केंद्र के साथ आने का फैसला लिया है।