लंदन में मौजूद साइंस म्यूज़ियम में अदाणी ग्रीन एनर्जी गैलरी खुल गई है, जो ऊर्जा के टिकाऊ उत्पादन और इस्तेमाल के प्रति दुनिया को जागरूक करेगी. मंगलवार को ‘एनर्जी रिवॉल्यूशन : द अदाणी ग्रीन एनर्जी गैलरी’ के नाम से खुली इस गैलरी के उद्घाटन के अवसर पर अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने ऊर्जा उपयोग में बदलाव को समूची दुनिया ज़रूरत बताया और गैलरी को अहम करार देते हुए कहा कि यह गैलरी हमें सोचने, सपने देखने और बदलाव की कामना करने पर मजबूर करती है.
‘एनर्जी रिवॉल्यूशन : द अदाणी ग्रीन एनर्जी गैलरी’ के उद्घाटन के अवसर पर अदाणी समूह के चेयरमैन ने कहा, “मैं आज इस अहम दिन पर साइंस म्यूज़ियम में एनर्जी रिवॉल्यूशन गैलरी के उद्घाटन के लिए आकर बहुत खुश हूं… हम, अदाणी ग्रीन एनर्जी में, इस शानदार नई गैलरी का टाइटल स्पॉन्सर होने पर गर्व महसूस करते हैं…”
उन्होंने कहा, “मेरा हमेशा से मानना रहा है कि हमारा जीवन एक बड़े व्यापक कथानक का हिस्सा है… यह ऐसी कहानी है, जो हमारे सपनों में आने वाले भविष्य के बारे में हमारे पूर्वजों की जानकारी को जोड़ती है… हमें अपने हर काम में आने वाली पीढ़ी के लिए सपने बुनते हुए अपने पूर्वजों की समझ का भी सम्मान करना चाहिए…”
Today is a red-letter day that marks the opening of The Adani Green Energy Gallery at the @sciencemuseum in London. We are proud of the partnership with the Science Museum, led by Sir Timothy Laurence and Sir Ian Blatchford, that made this stunning gallery a reality. This gallery… https://t.co/XHrz9K0wS3 pic.twitter.com/MnPtf9XE8p
— Gautam Adani (@gautam_adani) March 26, 2024
गौतम अदाणी ने कहा, “हम अतीत को भविष्य से जोड़ने वाला पुल हैं – हम पीढ़ियों के बीच का पुल हैं… यह हमारा कर्तव्य है कि हम अपने ग्रह की देखभाल करें, न केवल इस पीढ़ी और अगली पीढ़ी के लिए, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी… और मुझे गर्व है कि अदाणी ग्रीन एनर्जी ऊर्जा परिवर्तन का नेतृत्व कर रही है, जो इस प्रतिबद्धता का सम्मान करती है…”
अदाणी समूह के चेयरमैन ने इस मौके पर जलवायु परिवर्तन से जूझने और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में समूह के प्रयासों का ज़िक्र करते हुए कहा, “दुनिया के अग्रणी सौर ऊर्जा डेवलपर और भारत की सबसे बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी के रूप में हम बहुत बड़े कदम उठा रहे हैं… हम (भारतीय राज्य) गुजरात के खावड़ा में दुनिया का सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा पार्क बना रहे हैं… पार्क की ऊर्जा उत्पादन क्षमता 30 गीगावॉट होगी – और यह अविश्वसनीय रूप से बड़ी है… इसका 538 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्रफल पेरिस शहर से पांच गुना से भी ज़्यादा बड़ा है… हमारा लक्ष्य 2030 तक 45 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा तक पहुंचने का भी है, जो इंग्लैंड के लगभग हर घर को स्वच्छ ऊर्जा प्रदान करने जैसा होगा…”
गौतम अदाणी ने कहा, “म्यूज़ियम बहुत अहम होते हैं, क्योंकि वे हमें सिखाते और प्रेरित करते हैं… यह नई गैलरी भी सिर्फ़ साफ़ हवा के बारे में नहीं बता रही है, बल्कि यह भी सिखा रही है तेल और गैस से दूर जाना… यह उस ऊर्जा बदलाव के बारे में है, जिसकी हमें और समूची दुनिया को ज़रूरत है… यह उस क्रांति के बारे में है, जो ऊर्जा की दुनिया में हो रही है…”
उन्होंने कहा, “यह नई गैलरी भी खास है, क्योंकि इसकी बदौलत हम न सिर्फ़ सोचते और सपने देखते हैं, बल्कि बदलाव की कामना भी करने लगते हैं… गैलरी हमें दिखाती है कि हमारी दुनिया, हमारी अर्थव्यवस्था और हमारा जीवन कैसे बेहतरी की दिशा में बदल सकता है…”
साइंस म्यूज़ियम ग्रुप के डायरेक्टर सर इयान ब्लैचफोर्ड का ज़िक्र करते हुए गौतम अदाणी ने कहा, “जैसा सर ब्लैचफोर्ड द्वारा खूबसूरती से रेखांकित किया गया है, हमें उम्मीद है कि यह गैलरी लोगों को – आज भी और भविष्य में भी – एक टिकाऊ दुनिया बनाने में मदद करना सिखाएगी और प्रेरित करती रहेगी…”