राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अगले साल यानि 2025 में विधानसभा चुनाव होने हैं. लोकसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार दिल्ली की सभी सात सीटें जीतकर क्लीन स्वीप करने से उत्साहित भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अब अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव पर नजरें गड़ा दी हैं. बीजेपी चाहती है कि विधानसभा चुनाव तक यह मोमेंटम बरकरार रखा जाए और लोकसभा चुनाव में भी लोकसभा चुनाव वाला प्रदर्शन पार्टी दोहराए. इसके लिए रणनीति तैयार करने को दिल्ली बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई है.
जानकारी के मुताबिक दिल्ली बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक 7 जुलाई को नेहरू स्टेडियम में होगी. इस बैठक में पार्टी के करीब दो हजार नेता और कार्यकर्ता शामिल होंगे. दिल्ली बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी की यह ऐसी पहली बैठक होगी जिसमें पार्टी पदाधिकारियों के साथ कार्यकर्ता भी शामिल होंगे. दिल्ली की सभी सात सीटों पर बीजेपी की जीत इस बार इसलिए भी खास है क्योंकि अबकी मुकाबला बीजेपी बनाम इंडिया ब्लॉक था. बीजेपी के सामने आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन की चुनौती थी. पिछले दोनों चुनावों में ये दोनों पार्टियां अपने उम्मीदवार उतारती रही हैं.
ये होगा कार्यकारिणी का एजेंडा
दिल्ली बीजेपी की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक का एजेंडा 2025 के दिल्ली चुनाव के लिए पार्टी की रणनीति पर मंथन है. पदाधिकारियों के साथ ही कार्यकर्ताओं को भी इस बैठक में इसलिए बुलाया गया है जिससे पार्टी जमीनी हकीकत, जमीनी चुनौतियों को समझते हुए उसके अनुरूप रणनीति पर मंथन कर सके. इस बैठक में लोकसभा चुनाव के नतीजों पर भी मंथन होगा. मंडल और वार्ड स्तर पर पार्टी के प्रदर्शन को लेकर चर्चा होगी.
कम मतदान वाले बूथों की समीक्षा कर प्रदर्शन सुधारने की रणनीति बनेगी तो मजबूत वार्ड में और बेहतर प्रदर्शन के लिए क्या किया जाए, इस पर भी बात होगी. लोकसभा चुनाव में बीजेपी को दिल्ली की 70 में से 52 विधानसभा सीटों पर बढ़त मिली थी. बीजेपी का मकसद चुनाव में सीट ही नहीं, बूथ जीतना भी होता है. लिहाजा दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों में से बीजेपी जिन-जिन बूथ पर जीती है, वहां के कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए पार्टी प्रस्ताव ला सकती है.
लोकसभा चुनाव के दौरान सीधे मुकाबले में क्लीन स्वीप के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा हुआ है. पार्टी की रणनीति इसे बनाए रखने की है. दिल्ली बीजेपी के कार्यकर्ता पानी की किल्लत, जलभराव के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी की अगुवाई वाली दिल्ली सरकार के खिलाफ आक्रामक है. बीजेपी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर विरोध जता रहे हैं. दिल्ली के चुनावों में बीजेपी इन मुद्दों को मजबूती से उठाने की तैयारी में है.