छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में हुए एक एनकाउंटर में हाल ही में नक्सलियों का शीर्ष नेता बसावराजू मार गिराया गया। उसके साथ 26 और नक्सली सुरक्षाबलों ने मार गिराए। यह मुठभेड़ अबूझमाड़ के जंगलों में हुई। पिछले कुछ दशकों के सबसे महत्वपूर्ण इस ऑपरेशन को डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) के जवानों ने अंजाम दिया।
DRG के भी 2 जवान इस मुठभेड़ में बलिदान हो गए। इस सफल ऑपरेशन के बाद वापस लौटे जवानों का स्वागत आरती और तिलक लगा कर हुआ है। जवानों ने इस सफल ऑपरेशन के बाद नाच-गा कर जश्न भी मनाया। उन्होंने होली भी खेली। इनके वीडियो भी सामने आए हैं।
ऐसे ही एक वीडियो में DRG जवानों के एक समूह का स्वागत महिलाएँ आरती करके कर रही हें। महिलाएँ ऑपरेशन से लौटे जवानों को टीका भी लगाती हैं। उन्हें मालाएँ भी पहनाई जाती हैं। जवान इस वीडियो में नाचते गाते दिखते हैं।
#WATCH | Chhattisgarh: DRG jawans celebrate after the successful elimination of 27 naxals during an encounter in the forest area of Abujhmad in Narayanpur on 21st May. pic.twitter.com/zN5ofmgJ8n
— ANI (@ANI) May 22, 2025
एक और ऐसे ही वीडियो में जवान होली खेलते हुए दिखते हैं। DRG जवान इस वीडियो में एक साथ मिलकर बज रहे गानों पर नाचते हैं। DRG जवानों के साथ इस दौरान और भी परिजन नाचते दिखते हैं। नक्सलियों के सफाए पर प्रसन्न जवान बारिश में भी अपना डांस नहीं रोकते।
ऐसी ही एक और वीडियो अहि जिसमे DRG जवानों का बड़ा समूह नाचता है और बाकी लोग यहाँ उनका वीडियो बनाते हैं। इस दौरान स्थानीय संगीत भी बजता है। DRG जवानों ने ही नक्सलियों के खिलाफ इस सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया है।
#WATCH | Chhattisgarh: DRG jawans celebrate after the successful elimination of 27 naxals during an encounter in the forest area of Abujhmad in Narayanpur on 21st May.
Top naxal leader Basava Raju was also killed in the encounter. pic.twitter.com/6wqm0QGeZb
— ANI (@ANI) May 22, 2025
DRG जवान इस ऑपरेशन में आगे थे जबकि उनके सपोर्ट के लिए CRPF और बाकी सुरक्षाबल मौजूद थे। DRG इससे पहले भी कई सफल ऑपरेशन कर चुकी है। DRG छत्तीसगढ़ की एक विशेष पुलिस यूनिट है। इस नक्सलियों से लड़ने के लिए ही बनाया गया था।
DRG में स्थानीय युवाओं को ही भर्ती किया जाता है। DRG में इसके साथ ही वह नक्सली भी भर्ती किए जाते हैं जो आत्मसमर्पण कर चुके हैं। यह भी बताया जाता है कि DRG में सलवा जुडूम संगठन के उन युवाओं को भी भर्ती किया गया है, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने बैन लगा दिया गया था।
HUGE: There was a time when Naxals danced after massacring jawans, & civilians.
~ Today, it's DRG jawans dancing after eliminating their top commander of Rs. 1.5 Crore Bounty❤️
From fear to fire – this is the real transformation of Bharat 👏🏼
— The Analyzer (News Updates🗞️) (@Indian_Analyzer) May 23, 2025
सलवा जुडूम को छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का सामना करने के लिए बनाया गया था। इसमें स्थानीय लोगों को भर्ती किया गया था। गाँव के लोगों को इस दौरान हथियार दिए गए थे। हालाँकि, बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी। DRG जवान स्थानीय होने के चलते नक्सलियों के तौर तरीके से वाकिफ हैं और वह इनको लगातार खत्म कर रहे हैं।