पीएम मोदी ने श्री कल्कि धाम मंदिर शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में कहा कि आज यूपी की धरती से भक्ति, भाव और अध्यात्म की एक और धारा प्रवाहित होने को लालायित है। संभल जिले की इस धरती का मैं हृदय से स्वागत करता हूं। यहां के लोगों का अभिनंदन देखकर गदगद हूं। पीएम मोदी ने कहा कि कहा कि कल्कि धाम के शिलान्यास का सौभाग्य उन्हें मिला है। विश्वास है कि यह भारतीय आस्था के एक और विराट केंद्र के रूप में उभर कर सामने आएगा। कई ऐसे अच्छे काम हैं, जो कुछ लोग मेरे लिए ही छोड़ कर चले गए हैं। आगे भी जितने अच्छे काम रह गए हैं, उनको भी संतों और जनता-जनार्दन के आशीर्वाद से हम पूरा करेंगे।
#WATCH | Uttar Pradesh: Prime Minister Narendra Modi lays the foundation stone of Hindu shrine Kalki Dham in Sambhal.
Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath and Shri Kalki Dham Nirman Trust Chairman Acharya Pramod Krishnam also present. pic.twitter.com/sTJk2FPEYc
— ANI (@ANI) February 19, 2024
पीएम मोदी ने कहा कि आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि हर किसी के पास कुछ देने को होता है। लेकि,न उनके पास नहीं है। इस पर पीएम ने कहा कि प्रमोद जी अच्छा हुआ कुछ दिया नहीं वरना जमाना ऐसा बदल गया है कि अगर आज के युग में सुदामा श्री कृष्ण को एक पोटली में चावल देते वीडियो निकल जाती। इसके बाद कुछ लोग सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दायर कर देते। जजमेंट आता कि भगवान कृष्ण को भ्रष्टाचार में कुछ दिया गया और भगवान कृष्ण भ्रष्टाचार कर रहे थे।
#WATCH | UP: At the foundation stone laying ceremony of the Hindu shrine Kalki Dham in Sambhal, PM Modi says "…He (Acharya Pramod Krishnam) said that everyone has something to give but I have nothing, I can only express my feelings. Pramod ji, it is good that you did not give… pic.twitter.com/j5tYbQv2Q0
— ANI (@ANI) February 19, 2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज छत्रपति शिवाजी महाराज की जन्म-जयंती भी है। ये दिन इसलिए और भी पवित्र और प्रेरणादायक हो जाता है। आज हम देश में जो सांस्कृतिक पुनरोदय देख रहे हैं, अपनी पहचान पर गर्व कर रहे हैं। ये प्रेरणा हमें छत्रपति शिवाजी महाराज से ही मिलती है। मैं इस अवसर पर छत्रपति शिवाजी महाराज के चरणों में श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं। कई एकड़ में फैला ये विशाल धाम कई मायनों में विशिष्ट होने वाला है। ये ऐसा मंदिर होगा, जिसमें 10 गर्भगृह होंगे और भगवान के सभी 10 अवतारों को विराजमान किया जाएगा। 10 अवतारों के माध्यम से हमारे शास्त्रों ने केवल मनुष्य ही नहीं बल्कि अलग-अलग स्वरूप में ईश्वर या अवतार को प्रस्तुत किया।
#WATCH | UP: At the foundation stone laying ceremony of the Hindu shrine Kalki Dham in Sambhal, PM Modi says "…Today is also the birth anniversary of Chhatrapati Shivaji Maharaj, hence this day becomes more sacred and more inspiring…On this occasion, I respectfully bow at the… pic.twitter.com/uPvYdLY3PJ
— ANI (@ANI) February 19, 2024
‘इसी कालखंड में हम काशी का कायाकल्प देख रहे हैं’
पीएम मोदी ने कहा कि इसी कालखंड में हमने विश्वनाथ धाम को निखरते देखा है। इसी कालखंड में हम काशी का कायाकल्प देख रहे हैं। इसी दौर में महाकाल के महालोक की महिमा हमने देखी है। हमने सोमनाथ का विकास देखा है, केदार घाटी का पुनर्निर्माण देखा है। हम विकास भी, विरासत भी के मंत्र को आत्मसात करते हुए चल रहे हैं।
#WATCH | UP: At the foundation stone laying ceremony of the Hindu shrine Kalki Dham in Sambhal, PM Modi says "…Today, with the devotion of saints and the spirit of the public, the foundation stone of another holy place is being laid. I have had the privilege of laying the… pic.twitter.com/c1A0WmkROF
— ANI (@ANI) February 19, 2024
‘देश ने अयोध्या में 500 साल के इंतज़ार को पूरा होते देखा है’
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले महीने ही, देश ने अयोध्या में 500 साल के इंतज़ार को पूरा होते देखा है। रामलला के विराजमान होने का वो अलौकिक अनुभव, वो दिव्य अनुभूति अब भी हमें भावुक कर जाती है। इसी बीच हम देश से सैकड़ों किमी दूर अरब की धरती पर, अबू धाबी में पहले विराट मंदिर के लोकार्पण के साक्षी भी बने हैं।
#WATCH | UP: At the foundation stone laying ceremony of the Hindu shrine Kalki Dham in Sambhal, PM Modi says "…Just last month, on 22nd January, the country saw the wait of 500 years come to an end in Ayodhya. That experience of Ram Lalla's presence, that divine feeling, still… pic.twitter.com/LNhpRE1HlC
— ANI (@ANI) February 19, 2024
‘अबू धाबी में पहले विराट मंदिर के लोकार्पण के साक्षी भी हम बने’
कहा कि संभल में हम जिस अवसर के साक्षी बना रहे हैं यह भारत के सांस्कृतिक नवजागरण का एक और अद्भुत क्षण है। पिछले महीने ही 22 जनवरी को देश में अयोध्या में 500 साल के इंतजार को पूरा होते देखा है। इसके बाद अबू धाबी में पहले विराट मंदिर के लोकार्पण के साक्षी भी हम बने।