प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह तीन देशों की यात्रा भारत की कूटनीतिक और वैश्विक भागीदारी को मजबूत करने के लिए अहम है। ब्राजील में G20 शिखर सम्मेलन में उनकी भागीदारी भारत की प्राथमिकताओं को वैश्विक मंच पर सामने रखने का अवसर है। आइए इस यात्रा के मुख्य पहलुओं पर नजर डालते हैं:
ब्राजील में G20 शिखर सम्मेलन
- यह 19वां G20 शिखर सम्मेलन है, जिसका आयोजन 18-19 नवंबर को रियो डी जनेरियो में हो रहा है।
- ब्राजील की अध्यक्षता में G20 का यह आयोजन “Global Green Growth” और “Inclusive Development” जैसे विषयों पर केंद्रित है।
- प्रधानमंत्री मोदी जलवायु परिवर्तन, सतत विकास, ऊर्जा सहयोग, और डिजिटल अर्थव्यवस्था जैसे विषयों पर भारत की नीतियों को उजागर करेंगे।
नाइजीरिया यात्रा के मुख्य बिंदु
- नाइजीरिया में प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू के साथ द्विपक्षीय वार्ता की।
- इसमें ऊर्जा सहयोग, वाणिज्यिक साझेदारी, और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा पर चर्चा हुई।
- नाइजीरिया में भारतीय समुदाय के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने प्रवासी भारतीयों की भूमिका और भारत-अफ्रीका संबंधों की मजबूती पर जोर दिया।
भारत और ब्राजील के द्विपक्षीय संबंध
- ब्राजील और भारत दोनों ब्रिक्स (BRICS) के सदस्य हैं, और ये संबंध बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग को मजबूत करते हैं।
- ब्राजील भारत का महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार है, खासकर कृषि और ऊर्जा क्षेत्र में।
- शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।
यात्रा का महत्व
- वैश्विक नेतृत्व: G20 शिखर सम्मेलन में भागीदारी भारत के वैश्विक नेतृत्व और कूटनीतिक संबंधों को और मजबूत बनाएगी।
- दक्षिण-दक्षिण सहयोग: अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका के साथ सहयोग पर जोर, जो भारत की विदेशी नीति के प्रमुख बिंदु हैं।
- प्रवासी भारतीय: विभिन्न देशों में भारतीय समुदाय से संवाद उनकी भूमिका और भारत के प्रति उनके जुड़ाव को बढ़ावा देता है।
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा भारत की बढ़ती वैश्विक भूमिका और बहुपक्षीय मंचों पर उसकी आवाज को और प्रभावशाली बनाने में सहायक साबित होगी।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi lands in Rio de Janeiro, Brazil.
During the second leg of his three-nation tour, PM Modi will attend the 19th G20 Leaders’ Summit in Brazil, scheduled on November 18 and November 19.
(Video source – ANI/DD News) pic.twitter.com/5it1R8cpXP
— ANI (@ANI) November 18, 2024
पीएम मोदी ने एक्स पर किया पोस्ट
पीएम मोदी ने ब्राजील पहुंचने के बाद एक्स पर एक पोस्ट की। अपनी पोस्ट में उन्होंने कहा कि वह शिखर सम्मेलन में विभिन्न वैश्विक नेताओं से मिलने के लिए उत्सुक हैं। एक्स पर एक पोस्ट में पीएम मोदी ने कहा, “G20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए ब्राजील के रियो डी जनेरियो में उतरा। मैं शिखर सम्मेलन के विचार-विमर्श और विभिन्न वैश्विक नेताओं के साथ सार्थक बातचीत के लिए उत्सुक हूं।” इसके साथ ही उन्होंने एयरपोर्ट पर अपने स्वागत की तस्वीरें भी शेयर कीं।
Landed in Rio de Janeiro, Brazil to take part in the G20 Summit. I look forward to the Summit deliberations and fruitful talks with various world leaders. pic.twitter.com/bBG4ruVfOd
— Narendra Modi (@narendramodi) November 18, 2024
एयरपोर्ट पर हुआ जोरदार स्वागत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ब्राजील आगमन पर प्रवासी भारतीयों द्वारा किए गए गर्मजोशी भरे स्वागत ने भारत और भारतीय समुदाय के बीच भावनात्मक जुड़ाव को उजागर किया है। रियो डी जनेरियो एयरपोर्ट पर तिरंगे लहराते और पीएम मोदी की तस्वीरें हाथ में लिए प्रवासी भारतीयों ने अपने उल्लास और गर्व का प्रदर्शन किया।
प्रवासी भारतीयों की भावनाएं
- गर्व का क्षण:
- भारतीय समुदाय ने पीएम मोदी को व्यक्तिगत रूप से देखने को एक सम्मान और गर्व का पल बताया।
- यह भारत की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा और वैश्विक मंचों पर नेतृत्व को मान्यता देने का संकेत है।
- प्रधानमंत्री से जुड़ाव:
- प्रवासी भारतीयों ने बताया कि वे लंबे समय से पीएम मोदी से मिलने के अवसर की प्रतीक्षा कर रहे थे।
- उनकी नीतियां और वैश्विक स्तर पर भारत की साख बढ़ाने के प्रयास समुदाय को प्रेरित करते हैं।
प्रवासी भारतीयों की भागीदारी का महत्व
- कूटनीतिक संबंधों को मजबूती: प्रवासी भारतीयों का समर्थन न केवल उनकी जड़ों से जुड़ाव को दिखाता है, बल्कि यह भारत और मेजबान देश के बीच मजबूत सांस्कृतिक और आर्थिक पुल बनाने में मदद करता है।
- भारत के प्रति गर्व: प्रवासी भारतीय प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में भारत के वैश्विक स्तर पर उभरते कद और मजबूत छवि को लेकर उत्साहित हैं।
प्रधानमंत्री का प्रभाव
प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व भारतीय प्रवासी समुदाय को गर्वित महसूस कराने के साथ-साथ उन्हें अपने मेजबान देश में “ब्रांड इंडिया” का प्रतिनिधि बनने की प्रेरणा देता है। ऐसे स्वागत के दौरान पीएम मोदी अक्सर भारतीय समुदाय को अपनी जिम्मेदारियों की याद दिलाते हुए भारत के विकास में उनके योगदान की सराहना करते हैं।
इस प्रकार, ब्राजील में प्रवासी भारतीयों द्वारा पीएम मोदी के स्वागत ने उनकी लोकप्रियता और भारत के प्रति समुदाय के गहरे भावनात्मक जुड़ाव को दर्शाया। यह कूटनीति और भारतीय संस्कृति के प्रसार का भी एक मजबूत संदेश है।
#WATCH | Rio de Janeiro: Members of the Indian diaspora in Brazil gathered outside a hotel in large numbers, to welcome Prime Minister Narendra Modi
During the second leg of his three-nation tour, PM Modi will attend the 19th G20 Leaders’ Summit in Brazil, scheduled on… pic.twitter.com/R0gAUHenSG
— ANI (@ANI) November 18, 2024
पीएम मोदी का ब्राजील दौरा
पीएम मोदी अपने ब्राजील दौरे के दौरान ट्रोइका के सदस्य के रूप में 19वें G20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। भारत ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के साथ G20 ट्रोइका का हिस्सा है। पीएम मोदी मोदी के साथ, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उनके अमेरिकी समकक्ष जो बाइडेन 18-19 नवंबर को रियो डी जनेरियो शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले नेताओं में शामिल होंगे। वहीं पीएम मोदी ने शनिवार को अपने प्रस्थान वक्तव्य में कहा, “इस साल, ब्राजील ने भारत की विरासत का निर्माण किया है। मैं ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ के हमारे दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए सार्थक चर्चा की आशा करता हूं। मैं इस अवसर का उपयोग भी करूंगा।”
#WATCH | People from Brazil welcome Prime Minister Narendra Modi to Rio de Janeiro, with Sanskrit chants. pic.twitter.com/i8VX6BiPZb
— ANI (@ANI) November 18, 2024
नाइजीरिया और गुयाना का दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नाइजीरिया और गुयाना की यात्राएं भारत की दक्षिण-दक्षिण सहयोग नीति और वैश्विक नेतृत्व को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं। नाइजीरिया में उनके योगदान को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जबकि गुयाना की यात्रा ऐतिहासिक और रणनीतिक दृष्टिकोण से अहम है।
नाइजीरिया यात्रा और सम्मान
- राष्ट्रीय पुरस्कार (GCON):
प्रधानमंत्री मोदी को नाइजीरिया में “ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर (GCON)” से सम्मानित किया गया।- यह नाइजीरिया का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।
- इससे पहले महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को यह पुरस्कार दिया गया था।
- यह पीएम मोदी का 17वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान है, जो उनकी वैश्विक कूटनीति और नेतृत्व को मान्यता देता है।
- द्विपक्षीय वार्ता:
नाइजीरियाई राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू के साथ बैठक में:- ऊर्जा सहयोग और निवेश पर चर्चा हुई।
- भारत की अफ्रीका नीति को मजबूत करने की दिशा में कदम उठाए गए।
गुयाना यात्रा की अहमियत
- ऐतिहासिक महत्व:
यह 50 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा गुयाना की पहली यात्रा है।- आखिरी बार इंदिरा गांधी ने 1972 में गुयाना का दौरा किया था।
- यह यात्रा भारत-गुयाना संबंधों को नए स्तर पर ले जाने का मौका है।
- प्रवासी भारतीयों से जुड़ाव:
गुयाना में बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय समुदाय (मुख्यतः उत्तर प्रदेश और बिहार मूल के) रहते हैं, जो भारत और गुयाना के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों की नींव हैं। - द्विपक्षीय सहयोग:
पीएम मोदी और राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली के बीच बातचीत में:- ऊर्जा क्षेत्र (खासकर तेल और गैस) में सहयोग पर फोकस रहेगा।
- कृषि, स्वास्थ्य, और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए परियोजनाएं शुरू हो सकती हैं।
- भारत की मदद से गुयाना में डिजिटल प्रौद्योगिकी और कौशल विकास को बढ़ावा देने के प्रयास होंगे।