उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के शशांक रामसिंह राज की तेलंगाना में हैदराबाद-दिल्ली दक्षिण एक्सप्रेस में बेरहमी से हत्या कर दी गई। घटना 2 दिसंबर 2024 की सुबह हुई, जब शशांक अपने दोस्तों के साथ जनरल डिब्बे में यात्रा कर रहा था। इस हमले में चार हमलावर शामिल थे, जिनकी पहचान बाद में की गई और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
घटना का विवरण
- स्थान: तेलंगाना के पास ट्रेन का जनरल डिब्बा।
- समय: गुरुवार सुबह।
- घटना:
- चार आरोपियों ने शशांक की जेब से ₹1,700 और एक यात्री का मोबाइल चुरा लिया।
- चोरी का विरोध करने पर शशांक और उसके दोस्तों पर हमला किया गया।
- करीब 30 मिनट तक पिटाई हुई, जिसमें शशांक को गंभीर चोटें आईं।
- शशांक ने खून की उल्टी की और बेहोश हो गया।
- ट्रेन नागपुर स्टेशन पर पहुँचने पर रेलवे डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी
- गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम और उम्र:
- मोहम्मद फैयाज (19),
- सय्यद समीर (18),
- एम. श्याम कोटेश्वर राव (21),
- मोहम्मद अमन (19)।
- सभी आरोपी हैदराबाद के निवासी हैं।
- रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया।
शशांक के परिवार और मुआवजा
- शशांक का परिवार: वह उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के राजापुर कैमहारा गांव के निवासी थे।
- रेलवे प्रशासन का मुआवजा:
- शशांक के परिजनों को ₹1.5 लाख का मुआवजा घोषित।
मामले की गंभीरता
यह घटना भारतीय रेलवे में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाती है।
- यात्रियों की सुरक्षा:
- जनरल डिब्बों में सुरक्षा बलों की अनुपस्थिति।
- आरोपियों की क्रूरता:
- मामूली विरोध पर यात्री की हत्या।
- यात्रियों की प्रतिक्रिया:
- अन्य यात्रियों ने बीच-बचाव किया और आरोपियों में से दो को पकड़ने में मदद की।
आगे की कार्रवाई
- रेलवे पुलिस: मामले की विस्तृत जांच कर रही है।
- सुरक्षा उपाय: इस घटना के बाद रेलवे प्रशासन से सुरक्षा बढ़ाने की उम्मीद है।
- परिवार की मांग: शशांक के परिजन मामले में कड़ी कार्रवाई और न्याय की मांग कर रहे हैं।
यह घटना भारतीय रेल नेटवर्क में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की आवश्यकता को रेखांकित करती है। मृतक के परिवार और दोस्तों के लिए यह असहनीय क्षति है, और देश भर में इस घटना ने शोक और आक्रोश की लहर पैदा की है।