दिल्ली में 9 और 10 सितंबर 2023 को G-20 शिखर सम्मेलन होना है। इसकी सुरक्षा में राफेल, सुखोई समेत अन्य फाइटर विमान तैनात किए गए हैं। वहीं भारत ने अमेरिका से 31 हंटर किलर ड्रोन के लिए औपचारिक अनुरोध भी किया है।
रक्षा मंत्रालय ने कुछ दिन पहले रिमोटली पॉयलेटेड एयरक्रॉफ्ट सिस्टम वाले 31 ‘हंटर किलर’ की खरीद के लिए अमेरिकी सरकार को एलओआर (Letter of Request) यानी अनुरोध पत्र भेजा है। इस पत्र में MQ9B रीपर या प्रीडेटर-B के हथियार पैकेज, मोबाइल ग्राउंड कंट्रोल सिस्टम समेत अन्य उपकरणों का जिक्र किया गया है।
इस पत्र को लेकर अब बायडेन सरकार विदेशी सैन्य बिक्री (FMS) कार्यक्रम के तहत अमेरिकी कॉन्ग्रेस को एक-दो महीने के भीतर जवाब देगा। इसके बाद भारत और अमेरिका आपस में बातचीत कर ‘हंटर किलर’ ड्रोन के दाम करेंगे। भारत सरकार ने जिन ड्रोन की खरीदी का प्रस्ताव दिया है, उसमें 15 सी गार्डियन नौसेना को और 16 स्काई गार्डियन थल सेना और वायुसेना को दिए जाएँगे। रक्षा मंत्रालय ने 15 जून को कहा था कि इस सौदे में करीब 3.1 बिलियन डॉलर का खर्च आएगा।
भारत सरकार G-20 शिखर सम्मेलन की सुरक्षा में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरतना चाहती। ऐसे में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान-चीन सीमा पर चल रहे ‘त्रिशूल’ अभ्यास को फिलहाल रोक दिया है। साथ ही इस अभ्यास में शामिल राफेल, मिराज, चिनूक, अपाचे, गरुण समेत अन्य फाइटर जेट्स को दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में तैनात किया गया है।
G-20 में शामिल होने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडेन शुक्रवार (8 सितंबर, 2023) शाम करीब 6:55 पर भारत पहुँचेगे। इसके बाद वह शाम 7:30 पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता होगी। इसके बाद बायडेन और मोदी साथ में डिनर करेंगे।