राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक 24 अक्टूबर से वृंदावन के परखम में होगी. बैठक में भविष्य की योजनाओं का खाका तैयार किया जाएगा साथ ही शताब्दी वर्ष की तैयारियों पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा. हर साल अक्टूबर-नवंबर महीने में होने वाली संघ कार्यकारी मंडल की बैठक जिसे दिवाली बैठक भी कहते हैं वो भी 24 से 26 अक्टूबर तक वृंदावन में होगी.
इस बैठक में 45 प्रांतों और 11 क्षेत्रों के सभी संघचालक, कार्यवाह, प्रचारक, अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य और संघ के अनुषांगिक संगठनों के अखिल भारतीय संगठन मंत्रियों सहित करीब साढ़े तीन सौ से अधिक प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे. बैठक के लिए सरसंघचालक मोहन भागवत के अलावा संघ के सभी महत्वपूर्ण केंद्रीय अधिकारियों की टीम 18 अक्टूबर से मथुरा पहुंचना शुरू हो जाएगी.
बीजेपी की ओर से बीएल संतोष होंगे शामिल
बीजेपी की ओर से राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष इस बैठक में उपस्थित होंगे. इसके अलावा बीजेपी से सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश, संगठन वी सतीश और उपाध्यक्ष सौदान इस बैठक में शामिल हो सकते हैं. हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव परिणाम के तुरंत बाद होने वाली इस बैठक में इन राज्यों में बीजेपी के प्रदर्शन को लेकर भी चर्चा हो सकती है.
बीजेपी को आरएसएस से प्रचारक देने पर इस बैठक के दौरान चर्चा हो सकती है. मिली जानकारी के मुताबिक बीजेपी पिछले कुछ सालों से आरएसएस से प्रचारक की मांग कर रहा है, लेकिन संघ ने प्रचारकों की कमी का हवाला देते हुए प्रचारक नहीं भेजे हैं. इसके चलते बीजेपी के पास कई प्रदेशों में संगठन मंत्री नहीं हैं. चुनावी राज्य महाराष्ट्र के अलावा बड़े राज्य कर्नाटक और राजस्थान में संगठन मंत्री नहीं हैं. गोवा में भी संगठन मंत्री नहीं है जबकि असम और त्रिपुरा में एक ही संगठन मंत्री से काम चल रहा है.
पंच परिवर्तन विषय पर भी होगी चर्चा
मिली जानकारी के मुताबिक बैठक में मुख्य तौर पर 100 साल पूरे होने पर संघ शताब्दी वर्ष के निमित तय किए गए पंच परिवर्तन विषय पर कार्यक्रम चलाने और उसकी रूपरेखा की चर्चा की जाएगी. पिछले कुछ सालों से संघ कार्य विस्तार पर ध्यान दे रहा है उसको लेकर भी चर्चा की जा सकती है. इसके लिए आरएसएस ने शताब्दी विस्तारक भी बहाल किए हैं, उनके कार्यों के बारे में चर्चा की जा सकती है.
साल में दो बार होती है आरएसएस की बैठक
आरएसएस की साल में दो बार कार्यकारी मंडल की बैठक होती है. मार्च में अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा और दूसरी दशहरा-दीपावली के बीच अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक होती है. इन बैठकों में कई बार महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाते हैं. माना जा रहा है कि राष्ट्रीय कार्यकारी मंडल की बैठक में भी कुछ प्रचारकों के दायित्व में बदलाव पर फैसले भी लिए जा सकते हैं.
पिछले साल ये दिवाली बैठक गुजरात के भुज में हुई थी. जहां ये तय किया गया था कि रामलला मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा से पहले 1 जनवरी से 15 जनवरी तक समूचे देश में अक्षत बांटने के लिए विशेष ड्राइव चलाकर स्वयंसेवक घर-घर जनसंपर्क करेंगे.