संसद के बजट सत्र से पहले गुरुवार को सरकार ने सभी राजनीतिक दलों के नेताओं की एक अहम सर्वदलीय बैठक बुलाई। बैठक का उद्देश्य सरकार के विधायी एजेंडे पर चर्चा करना और विपक्षी दलों की मांगों पर विचार करना था।
बजट सत्र का कार्यक्रम
- शुरुआत: 31 जनवरी को राष्ट्रपति के अभिभाषण से।
- आर्थिक सर्वेक्षण: 31 जनवरी को ही पेश होगा।
- बजट पेश होगा: 1 फरवरी को।
- दिल्ली विधानसभा चुनाव (5 फरवरी) के कारण उस दिन संसद स्थगित रहेगी।
- पहला चरण: 13 फरवरी को समाप्त होगा।
- दूसरा चरण: 10 मार्च से 4 अप्रैल तक चलेगा।
बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता की।
- संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि बैठक में 36 दलों के 52 नेता शामिल हुए।
- सभी दलों के नेताओं ने अपने मुद्दे और सत्र से अपनी अपेक्षाओं को रखा।
बजट सत्र में लाए जाएंगे 16 बिल
- केंद्र सरकार इस बजट सत्र में 16 नए विधेयक (बिल) पेश करने की योजना बना रही है।
- 19 बिजनेस आइटम पहले से ही सूचीबद्ध हैं।
- सबसे अहम बिल:
- वक्फ से संबंधित बिल।
- इमीग्रेशन (प्रवासन) से जुड़ा बिल।
- अन्य विधेयकों में कानूनी सुधार और प्रशासनिक मुद्दों से संबंधित प्रस्तावित कानून शामिल हो सकते हैं।
सर्वदलीय बैठक में किन नेताओं ने हिस्सा लिया?
बैठक में विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रमुख नेता मौजूद रहे, जिनमें शामिल हैं:
- बीजेपी: अध्यक्ष जेपी नड्डा।
- कांग्रेस: गौरव गोगोई और जयराम रमेश।
- डीएमके: टी.आर. बालू।
- टीएमसी: सुदीप बंद्योपाध्याय और डेरेक ओ’ब्रायन।
- संसदीय कार्य मंत्री: किरेन रिजिजू।
क्या रहेगा प्रमुख एजेंडा?
- आर्थिक नीतियों पर चर्चा।
- महंगाई, बेरोजगारी और किसानों से जुड़े मुद्दे उठाए जा सकते हैं।
- अग्निपथ योजना और राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित चर्चा हो सकती है।
- विपक्ष सरकार को वक्फ और इमीग्रेशन बिलों पर घेर सकता है।