मणिपुर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए सोमवार शाम को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक बैठक की अध्यक्षता की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में NDA के दोबारा सत्ता में आने के बाद केंद्र सरकार की यह पहली उच्च स्तरीय बैठक है।
बैठक में कौन-कौन हुआ शामिल
इस बैठक में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, खुफिया ब्यूरो प्रमुख तपन डेका, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, सेना प्रमुख (पदनाम) लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, थ्री कोर के जीओसी एचएस साही, मणिपुर के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह, मणिपुर के मुख्य सचिव विनीत जोशी, मणिपुर के डीजीपी राजीव सिंह और असम राइफल्स के डीजी प्रदीप चंद्रन नायर शामिल हुए।
#WATCH | Union Home Minister Amit Shah chairs a high-level meeting to review the security situation in Manipur.
Union Home Secretary Ajay Bhalla, Intelligence Bureau Chief Tapan Deka, Army Chief General Manoj Pande, Army Chief (Designate) Lt General Upendra Dwivedi, GoC Three… pic.twitter.com/aVaw0im3FV
— ANI (@ANI) June 17, 2024
पिछले साल 3 मई से हो रही हिंसा
पिछले साल 3 मई से मणिपुर में दो समुदायों कुकी और मैतेई के बीच संघर्ष चल रहा है, जिसमें अब तक कम से कम 225 लोगों की जान जा चुकी है और लगभग 50,000 लोग बेघर हो गए हैं। बेघर लोग अभी भी राहत केंद्रों में शरण लेने पर मजबूर हो रहे है।
पूर्वोत्तर राज्यों में अब भी नहीं थम रही हिंसा
पूर्वोत्तर राज्य में पिछले कुछ हफ्तों के बीच कई ताजा हिंसा देखने को मिली है। पिछले सप्ताह सशस्त्र उग्रवादियों ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के अग्रिम सुरक्षा दल के काफिले पर कांगपोकपी जिले में घात लगाकर हमला किया था, जिसमें एक नागरिक चालक और एक सुरक्षा अधिकारी घायल हो गए थे।
मणिपुर गया था विपक्षी दलों का प्रतिनिधिमंडल
राज्य में हिंसा शुरू होने के बाद विपक्षी दलों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मणिपुर का दौरा भी किया था. इसमें कुल 21 सांसद शामिल थे. प्रतिनिधिमंडल में शामिल अलग-अलग दलों के नेता राज्य के अलग-अलग हिस्सों में गए थे और हिंसा प्रभावित लोगों से मुलाकात की थी. इसके बाद प्रतिनिधिमंडल ने एक रिपोर्ट भी तैयार की थी. इसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जब मणिपुर से भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत की थी, तब हिंसा पीड़ितों से मिले थे और सरकार के सामने मुद्दे को उठाया था.