पेटीएम का संकट कम होने का नाम नहीं ले रहा है. आरबीआई की कार्रवाई और उसके बाद ईडी की जांच ने पेटीएम को तोड़कर रख दिया है. अब जो रिपोर्ट सामने आई है वो और भी डराने वाली है. फरवरी के महीने में पेटीएम यूपीई ट्रांजेक्शन में हर घंटे डेढ़ लाख से ज्यादा की कमी देखने को मिली है. जी हां, ये डाटा नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के आंकड़ों से निकलकर सामने आया है. इसका मतलब है कि जनवरी के मुकाबले में पेटीएम यूपीआई ट्रांजेक्शन फरवरी के महीने में 7.6 फीसदी कम हुआ है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर एनपीसीआई के आंकड़ें किस तरह के देखने को मिल रहे हैं.
पेटीएम के यूपीआई ट्रांजेक्शन हुए कम
एनपीसीआई के आंकड़ों से पता चला है कि पेटीएम के यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) ट्रांजेक्शन में गिरावट देखने को मिली है. फिनटेक कंपनी ने फरवरी में लगभग 1.33 बिलियन ट्रांजेक्शन की सूचना दी है, जो जनवरी में 1.44 बिलियन ट्रांजेक्शन से 7.6 फीसदी कम है. खास बात तो ये है कि फरवरी में पेटीएम द्वारा प्रोसेस्ड यूपीआई पेमेंट की हिस्सेदारी में 11 प्रतिशत से भी कम की कमी देखी गई, जो पिछले महीने में लगभग 11.8 फीसदी थी. अगर बात पिछले की करें तो पेटीएम की बाजार हिस्सेदारी अगस्त 2023 में 12.8 फीसदी थी. फरवरी छोटा महीना होने के बावजूद, कुल यूपीआई वॉल्यूम जनवरी में 12.2 बिलियन ट्रांजेक्शन की तुलना में मामूली गिरावट के साथ 12.1 बिलियन ट्रांजेक्शन पर आ गया.
जब आरबीआई ने की थी कार्रवाई
31 जनवरी को आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर कार्रवाई की थी. जिसके बाद से पेटीएम के यूपीआई पेमेंट बिजनेस काफी प्रभावित हुआ है. केंद्रीय बैंक की ऑडिट रिपोर्ट और उसके बाद बैंक में लगातार होती गड़बड़ी उजागर होने की वजह से आरबीआई को कार्रवाई करने पर मजबूर होना पड़ा. आरबीआई के निर्देशों के परिणामस्वरूप, पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 29 फरवरी के बाद डिपॉजिट और क्रेडिट ट्रांजेक्शन स्वीकार करना बंद करने का निर्देश दिया गया था, जिसकी समय सीमा बाद में 15 मार्च तक बढ़ा दी गई थी. इसके अलावा, वित्तीय खुफिया यूनिट-भारत (एफआईयू) ने पीएमएलए के तहत कथित उल्लंघन के लिए पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर 5.49 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया. इन चुनौतियों के बावजूद, पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा कंपनी की भविष्य की संभावनाओं को लेकर आशावादी बने हुए हैं.
फोनपे और गूगलपे को फायदा
Paytm के ट्रांजेक्शन वॉल्यूम में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है. आंकड़ों को देखें तो फरवरी के महीने में हर घंटे 1.58 लाख यूपीआई ट्रांजेक्शन कम हुए हैं. जोकि एक जबरदस्त गिरावट की ओर इशारा कर रहा है. दूसरी ओर PhonePe और Google Pay के ट्रांजेक्शन में अच्छा इजाफा देखने को मिला है. PhonePe पर फरवरी में 6.1 बिलियन ट्रांजेक्शन देखी गई. Google Pay में 4.7 बिलियन यूपीअई पेमेंट दर्ज किए. इसका मतलब है कि दोनों में क्रमशः 7.7 फीसदी और 7.9 फीसदी की छलांग देखने को मिली है.