उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी की एक हिन्दू नाबालिग को एक मुस्लिम युवक बहला फुसला कर अपने साथ ले गया। इसके बाद उसके साथ रेप किया गया। उस पर इस्लाम कबूलने का दबाव डाला गया। जब नाबालिग ने इससे इनकार किया तो उसकी साथियों के साथ मिल कर हत्या कर दी। उसका शव लखीमपुर से लगभग 500 किलोमीटर दूर जंगलों में फेंक दिया। पुलिस ने इस मामले में आरोपितों को पकड़ा है। एक आरोपित का एनकाउंटर भी हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लखीमपुर खीरी के पढुआ थाना क्षेत्र के गाँव गोरिया की रहने वाली एक 17 वर्षीय हिन्दू नाबालिग 25 जनवरी, 2025 को गायब हो गई थी। उसके घरवालों ने आसपास तलाश की लेकिन कुछ पता नहीं चल सका।
इसके बाद पीड़ित परिवार पढुआ थाने पहुँचा और इस विषय में शिकायत दर्ज करवाई। उन्होंने आरोप लगाया कि एक युवक नाबालिग को झाँसे में लेकर भगा ले गया है। उन्होंने उसके साथियों का नाम देते 11 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट लिखवाई।
आरोपित मुस्लिम होने के चलते हिन्दू संगठन भी इस मामले में सक्रिय हुए। जब पुलिस ने इस विषय में जाँच की तो पता चला कि आसिफ नाम का एक युवक अपने साथ हिन्दू नाबालिग को ले गया है। उसका एक CCTV फुटेज भी पुलिस को मिला।
इसके बाद पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रेस की। सामने आया कि आसिफ लखीमपुर से देहरादून की तरफ गया है। इसी के आधार पर वह देहरादून पहुँची और उसके साथियों की धरपकड़ की। उसने जब पूछताछ की गई तो पता चला कि हिन्दू नाबालिग की रेप के बाद हत्या हुई है।
उन्होंने बताया कि नाबालिग का रेप करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई है, और शव को रामनगर के जंगलों में फेंक दिया गया है। पुलिस ने इसके बाद शव को बरामद कर उसका पोस्टमार्टम करवाया। इसके बाद लखीमपुर से ही मुख्य आरोपित आसिफ को मुठभेड़ के बाद पकड़ा गया।
मृतका के पिता ने आरोप लगाया कि नाबालिग पर आसिफ समेत उसके साथी धर्मांतरण का दबाव बना रहे थे, जब वह नहीं मानी तो उसकी हत्या कर दी गई। मामले में पुलिस ने आसिफ के अलावा , सलमान, रजब, जुबेर समेत 6 लोग पकड़े हैं।
हिन्दू संगठनों ने इस मामले में प्रदर्शन किया है। पुलिस अब आगे की कार्रवाई कर रही है।