साकिब नाचन एक दोष सिद्ध आतंकवादी है, जिसका संबंध भारत में कई आतंकवादी गतिविधियों से रहा है। वह प्रतिबंधित आतंकी संगठन SIMI (Students Islamic Movement of India) का सचिव रह चुका है और उसका ISIS (Islamic State) से भी गहरा जुड़ाव रहा है — जिसे भारत समेत दुनिया के अधिकांश देशों ने आधिकारिक रूप से आतंकवादी संगठन घोषित किया है।
महाराष्ट्र ATS की छापेमारी – 2 जून 2025
- स्थान: ठाणे का पडघा गाँव और अन्य ठिकाने
- लक्ष्य: आतंकी साकिब नाचन के ठिकाने
- कारण: आतंक संबंधी इनपुट्स और संभावित ड्रोन गतिविधियाँ
- पृष्ठभूमि: इससे पहले साकिब के ठिकानों से 44 ड्रोन बरामद किए जा चुके हैं
कौन है साकिब नाचन?
- उम्र: 63 वर्ष
- मूल निवासी: बोरीवली, मुंबई
- परिवार: विवाहित, 3 बच्चे (2 बेटे, 1 बेटी)
- पहचान:
- पूर्व सचिव, SIMI (स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया – प्रतिबंधित आतंकी संगठन)
- जाकिर नाइक और अन्य कट्टरपंथी विचारकों से संबंध
- खलीफा शासन का समर्थक, युवाओं को ‘बैयत’ दिलाकर जिहादी ट्रेनिंग देना
आतंकी गतिविधियाँ और सजा:
वर्ष | अपराध | सजा / कार्रवाई |
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1997 | भारत में आतंकी साजिश | सुप्रीम कोर्ट द्वारा दोषी ठहराया गया |
2002-03 | मुंबई बम धमाके (मूलुंड, विलेपार्ले, मुंबई सेंट्रल) | 10 साल सजा (2016 में), 2017 में रिहा |
2023 | NIA छापा, ISIS मॉड्यूल | गिरफ्तार, ISIS गतिविधियों की योजना |
2025 | पडघा गाँव में ‘अल शाम’ नामक इस्लामिक क्षेत्र की घोषणा | एटीएस की ताज़ा कार्रवाई |
ISIS मॉड्यूल और योजना:
- साकिब नाचन और उसके सहयोगी भारत में ISIS की शाखा स्थापित करने की कोशिश में थे
- पडघा गाँव को ‘अल शाम’ घोषित कर उसे शरिया पर आधारित स्वतंत्र इस्लामिक शासन बनाने की योजना बनाई
- ड्रोन, विस्फोटक, बम ट्रेनिंग, डिजिटल प्रचार, सभी मोर्चों पर सक्रिय
- ISIS से प्रेरित आतंक की ट्रेनिंग देने में मुंबई का बोरीवली स्थित घर प्रयोगशाला जैसा बना दिया गया था
कानूनी और राष्ट्रीय सुरक्षा पहलू:
- NIA और ATS द्वारा दर्ज UAPA, BNS, और देशद्रोह, POCSO, आर्म्स एक्ट जैसी धाराएँ
- साकिब ने ISIS को आतंकी संगठन घोषित करने पर भारत सरकार के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी, जो देशविरोधी और खतरनाक सोच को उजागर करता है
सहआरोपी और नेटवर्क:
नाम | भूमिका / संबंध |
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सैफ अतीक नाचन | साकिब का बेटा, ISIS मॉड्यूल में सहायक |
हसीब जुबेर मुल्ला, काशिफ बालेरे | ट्रेनिंग और भर्ती में शामिल |
रेहान सुस, शगफ दिवकर, फिरोज कुआरी | प्रचार, डिजिटल मॉड्यूल |
ज़ुल्फिकार अली बड़ोदावाला | फंडिंग और नेटवर्किंग |
विश्लेषण:
- साकिब नाचन भारत के भीतर बैठकर एक संगठित आतंकी नेटवर्क चला रहा था, जिसकी जड़ें SIMI, ISIS और जाकिर नाइक जैसे संगठनों से जुड़ी हैं
- ड्रोन बरामदगी और “अल शाम” जैसे विचारों का प्रसार भारत की संप्रभुता और संविधान के लिए खुली चुनौती है
- यह एक लंबे समय से पनपती कट्टरपंथी विचारधारा की परिणति है, जिसे अब गंभीर रूप से कुचलने की आवश्यकता है
आगे के लिए सुझाव:
- राष्ट्रीय स्तर पर मदरसों, धार्मिक संगठनों और NGO की जांच
- डिजिटल कट्टरपंथ पर निगरानी और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग
- ड्रोन से जुड़े सभी मामलों की स्पेशल फोरेंसिक जांच
- ‘डि-रेडिकलाइजेशन’ कार्यक्रम को प्रभावी और व्यापक बनाना
- UAPA के तहत तेज़ मुकदमा और सख्त सजा सुनिश्चित करना