गृह मंत्री अमित शाह द्वारा भारतपोल (Bharatpol) पोर्टल का शुभारंभ देश की आपराधिक जांच प्रणाली में एक ऐतिहासिक कदम है। यह पहल न केवल भगोड़े अपराधियों पर लगाम कसने के लिए अहम है, बल्कि भारत की जांच प्रक्रिया को वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
भारतपोल पोर्टल की प्रमुख बातें:
- इंटरपोल की तर्ज पर भारतपोल:
- यह पोर्टल अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप भारत के अपराधियों और जांच से जुड़े मामलों की निगरानी में मदद करेगा।
- भगोड़े अपराधियों का डिजिटल डेटाबेस तैयार किया जाएगा, जिससे उनकी पहचान और पकड़ने में आसानी होगी।
- जांच में तकनीकी उन्नति:
- भारतपोल पोर्टल का उद्देश्य देश की जांच प्रणाली को डिजिटल और अधिक प्रभावी बनाना है।
- इससे सीबीआई और राज्य पुलिस बलों को भगोड़ों की जानकारी साझा करने में मदद मिलेगी।
- गृह मंत्री का विजन:
- अमित शाह ने इसे 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया।
- उन्होंने कहा कि यह पोर्टल 2027 तक भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को भी सहयोग करेगा।
- सीबीआई को बधाई:
- गृह मंत्री ने सीबीआई डायरेक्टर और टीम को इस पहल के लिए बधाई दी।
- उन्होंने इसे भारत की जांच प्रणाली को एक नए युग में प्रवेश कराने वाला कदम कहा।
Addressing the launching ceremony of #BHARATPOL, a global interface to curb borderless crimes.
https://t.co/6WuoOwdzhY— Amit Shah (@AmitShah) January 7, 2025
भारतपोल से होने वाले फायदे:
- भगोड़ों पर शिकंजा:
- पोर्टल के जरिए भगोड़े अपराधियों की अंतरराष्ट्रीय लोकेशन ट्रैकिंग और गिरफ्तारी में तेजी आएगी।
- अपराधियों को पकड़ने में भारत की स्थिति मजबूत होगी।
- डेटा की केंद्रीकृत उपलब्धता:
- भारतपोल पर सभी राज्य और केंद्रीय एजेंसियां डेटा साझा करेंगी, जिससे जांच में पारदर्शिता और गति आएगी।
- अंतरराष्ट्रीय सहयोग:
- इंटरपोल के साथ सिंक्रोनाइजेशन के माध्यम से भारत अंतरराष्ट्रीय अपराध नेटवर्क से निपटने में अधिक सक्षम होगा।
- नए युग की जांच प्रणाली:
- डिजिटल पोर्टल से जांच अधिकारी तुरंत डेटा तक पहुंच सकते हैं, जिससे समय और संसाधन की बचत होगी।
#WATCH | Delhi | Union Home Minister and Minister of Cooperation, Amit Shah launches the BHARATPOL portal developed by the Central Bureau of Investigation (CBI).
This portal will streamline all requests for international assistance through INTERPOL, including the issuance of Red… pic.twitter.com/GkKYqG85pI
— ANI (@ANI) January 7, 2025
अमित शाह का विजन और संदेश:
- गृह मंत्री ने कहा कि भारत 2047 में आजादी की शताब्दी के समय हर क्षेत्र में विश्व नेतृत्व करेगा।
- 2027 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य और भारत को पूर्ण विकसित राष्ट्र बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई।
भारतपोल पोर्टल का लॉन्च देश की आपराधिक न्याय प्रणाली को सशक्त करने और अंतरराष्ट्रीय अपराधों पर काबू पाने की दिशा में एक बड़ी पहल है। यह पोर्टल भारत को डिजिटल युग में एक प्रभावी और आधुनिक जांच प्रणाली प्रदान करेगा और देश को वैश्विक नेतृत्व की ओर ले जाने में मदद करेगा।
#WATCH 'भारतपोल' पोर्टल के लॉन्च पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "आज 'भारतपोल' के शुभारंभ के लिए हम यहां इकट्ठा हुए हैं। यह हमारे देश की अंतर्राष्ट्रीय जांच को एक नए युग में ले जाने वाली शुरुआत है। 'भारतपोल' की संरचना से भारत की हर एजेंसी, हर राज्य की पुलिस खुदको इसकी… pic.twitter.com/MfuPKB0eQ9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 7, 2025
गृह मंत्री अमित शाह ने भारतपोल पोर्टल की लॉन्चिंग के दौरान इसे देश की जांच प्रणाली में एक क्रांतिकारी बदलाव बताया। उन्होंने इसके महत्व, लाभ और भविष्य की दिशा में इसके प्रभावों पर प्रकाश डाला।
प्रमुख बातें:
- जांच में समन्वय और सशक्तिकरण:
- अब तक सीबीआई ही इंटरपोल से सीधे जुड़ी रहती थी, लेकिन भारतपोल के माध्यम से राज्यों की पुलिस और अन्य एजेंसियां भी इंटरकनेक्ट होंगी।
- राज्यों की पुलिस को सजग और प्रशिक्षित कर इंटरपोल नोटिस और अन्य सुविधाओं का अधिकतम उपयोग करना होगा।
- अंतरराष्ट्रीय सहयोग:
- भारतपोल के जरिए भारत की जांच एजेंसियां 195 देशों की पुलिस से समन्वय कर सकेंगी।
- रेड कॉर्नर नोटिस और अन्य नोटिस के जरिए भगोड़े अपराधियों को पकड़ने और भारत वापस लाने में मदद मिलेगी।
- पांच महत्वपूर्ण मॉड्यूल:
- कनेक्ट: सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों को एक मंच पर लाने की सुविधा।
- इंटरपोल नोटिस: इंटरपोल से तेजी और सुरक्षा के साथ नोटिस प्राप्त करना।
- इंटरपोल रेफरेंस: 195 देशों से आपराधिक मामलों में मदद और अंतरराष्ट्रीय सहयोग।
- ब्रॉडकास्ट: अंतरराष्ट्रीय खुफिया जानकारी को भारतीय एजेंसियों तक पहुंचाना।
- रिसोर्स: संसाधनों और प्रशिक्षण सामग्री तक पहुंच।
- साइबर अपराध और अन्य चुनौतियों पर नियंत्रण:
- ड्रग ट्रैफिकिंग, ह्यूमन ट्रैफिकिंग, हथियारों की तस्करी जैसे अपराधों पर भारतपोल का उपयोग प्रभावी होगा।
- साइबर अपराध रोकने के लिए 19 प्रकार के डेटाबेस का उपयोग होगा।
- तीन नए आपराधिक विधेयकों की भूमिका:
- नए कानूनों के तहत भारतीय जांच एजेंसियां किसी भी अपराधी पर दुनिया में कहीं भी मुकदमा चला सकेंगी।
- भारतपोल के जरिए न्याय व्यवस्था का अंतरराष्ट्रीय विस्तार होगा।
भविष्य की योजना और लक्ष्य:
- 2047 तक भारत का नेतृत्व:
- गृह मंत्री ने कहा कि आजादी के शताब्दी वर्ष तक भारत हर क्षेत्र में विश्व का नेतृत्व करेगा।
- भारत को पूर्ण विकसित राष्ट्र बनाने और हर क्षेत्र में अग्रणी बनने का संकल्प।
- 2027 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था:
- भारत को वैश्विक स्तर पर तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की तैयारी।
- वैज्ञानिक और तकनीकी दृष्टिकोण से विकास की प्रक्रिया तेज की जाएगी।
भारतपोल के लाभ:
- भगोड़े अपराधियों की लोकेशन ट्रैकिंग और उन्हें पकड़ने में तेजी।
- रियल-टाइम इंटरफेस के जरिए डेटा और खुफिया जानकारी की शीघ्रता।
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की जांच प्रणाली की मजबूती।
- डिजिटल युग के अनुरूप सभी जांच एजेंसियों को सशक्त बनाना।
- अंतरराष्ट्रीय अपराध नेटवर्क पर प्रभावी रोकथाम।
गृह मंत्री अमित शाह ने भारतपोल को भारत की जांच प्रणाली को आधुनिक और सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। यह पोर्टल अंतरराष्ट्रीय अपराधों से निपटने में भारत की क्षमता को बढ़ाएगा और भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों को विश्व स्तरीय तकनीकी सहयोग प्रदान करेगा।