भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) डी. वाई. चंद्रचूड़ शुक्रवार की शाम 4 बजे अपने तीन-दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर नेपाल पहुंचे. भारत के किसी मौजूदा प्रधान न्यायाधीश की पहली नेपाल यात्रा है. इस दौरान वह अपने नेपाली समकक्ष से मुलाकात करेंगे और बाल अधिकार पर एक संगोष्ठी को संबोधित करेंगे. नेपाल के प्रधान न्यायाधीश विश्वंभर प्रसाद श्रेष्ठ के निमंत्रण पर वे यहां पहुंचे. न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचने पर नेपाल के सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठतम न्यायाधीश डॉ. आनंद मोहन भट्टाराई ने उनका स्वागत किया.
नेपाल के सुप्रीम कोर्ट के प्रवक्ता वेद प्रसाद उप्रेती ने बताया, ‘यह इतिहास में पहली बार है कि भारत के किसी मौजूदा प्रधान न्यायाधीश ने नेपाल की आधिकारिक यात्रा की.’ न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ शनिवार को काठमांडू में केंद्रीय बाल न्याय समिति द्वारा बाल अधिकारों पर आयोजित होने वाली राष्ट्रीय संगोष्ठी में मुख्य वक्ता होंगे.
सीजेआई आज सेमिनार को करेंगे संबोधित
उप्रेती के अनुसार, न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ उसी शाम नेपाल के प्रधान न्यायाधीश के साथ एक मैत्रीपूर्ण बैठक करेंगे. उन्होंने बताया कि न्यायमूर्ति श्रेष्ठ अपने भारतीय समकक्ष के सम्मान में रात्रिभोज का भी आयोजन करेंगे. न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ अपनी आधिकारिक यात्रा समाप्त कर रविवार को लौटेंगे.
मैत्रीपूर्ण बैठक और रात्रिभोज का भी होगा आयोजन
उप्रेती के अनुसार, न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ उसी शाम नेपाल के प्रधान न्यायाधीश के साथ एक मैत्रीपूर्ण बैठक करेंगे. उन्होंने बताया कि न्यायमूर्ति श्रेष्ठ अपने भारतीय समकक्ष के सम्मान में रात्रिभोज का भी आयोजन करेंगे. न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ की यह आधिकारिक यात्रा रविवार को समाप्त होगी.
गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में नेपाल के दो न्यायाधीश सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की अदालती कार्यवाही देखी. इस दौरान उन्होंने कहा, ‘मैं हमारी पीठ में दो बहुत प्रतिष्ठित न्यायाधीशों का स्वागत करता हूं.’ इसी दौरान सीजाआई ने यह भी घोषणा की थी कि वे जल्द ही एक भारत-नेपाल विनिमय कार्यक्रम आयोजित करने वाले हैं.
पिछले साल भारत आए थे नेपाल के दो न्यायाधीश
बता दें कि नवंबर 2023 में नेपाल के दो न्यायाधीश सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की अदालती कार्यवाही देखने भारत आए थे. इस दौरान चंद्रचूड़ ने कहा था कि मैं हमारी पीठ में दो बहुत प्रतिष्ठित न्यायाधीशों का स्वागत करता हूं. इसी दौरान सीजाआई ने यह भी घोषणा की थी कि वे जल्द ही भारत-नेपाल विनिमय कार्यक्रम आयोजित करने वाले हैं.
मालूम हो कि सीजेआई द्वारा आयोजित सम्मेलन में 200 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था. इस सम्मेलन में गरीबों के लिए गुणवत्तापूर्ण कानूनी सहायता सेवाओं तक पहुंच सुनिश्चित करने में चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा करने के लिए ग्लोबल साउथ के 70 अफ्रीका-एशिया-प्रशांत देशों के मुख्य न्यायाधीशों, न्याय मंत्रियों, कानूनी सहायता अधिकारियों, नीति निर्माताओं और नागरिक समाज विशेषज्ञों को एक साथ लाया गया था.