बीजेपी की वरिष्ठ नेता सुरमा पाढ़ी गुरुवार (20 जून, 2024) को ओडिशा विधानसभा की स्पीकर निर्विरोध चुनी गयीं. नयागढ़ जिले के रानपुर विधानसभा क्षेत्र से दो बार की विधायक पाढ़ी इस पद के लिए अकेली उम्मीदवार थीं. किसी अन्य उम्मीदवार के नहीं होने के कारण पाढ़ी को निर्विरोध चुन लिया गया.
प्रोटेम स्पीकर आरपी स्वैन ने विधानसभा के विशेष सत्र में पाढ़ी के निर्वाचन की घोषणा की और उन्हें कार्यभार सौंपा. इसके बाद मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, उपमुख्यमंत्री केवी सिंह देव व प्रवाती परिदा, नेता प्रतिपक्ष नवीन पटनायक और सदन के अन्य सदस्यों ने विधानसभा की नयी अध्यक्ष को बधाई दी.
सीएम माझी और नेता प्रतिपक्ष ने दी बधाई
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, उपमुख्यमंत्री केवी सिंह देव व प्रवाती परिदा, नेता प्रतिपक्ष नवीन पटनायक और सदन के अन्य सदस्यों ने विधानसभा की नयी अध्यक्ष को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने स्पीकर को बधाई दी और सदन के सुचारू संचालन के लिए विपक्ष सहित सभी सदस्यों से पाढ़ी के साथ सहयोग करने की अपील की।
Senior BJP leader and Ranpur MLA Surama Padhy unanimously elected as the Speaker of 17th Odisha's Legislative Assembly pic.twitter.com/s8RY7dzwIm
— ANI (@ANI) June 20, 2024
नेता प्रतिपक्ष नवीन पटनायक ने कहा, ”मैं आपको (पाढ़ी को) 17वीं विधानसभा अध्यक्ष के रूप में बधाई देता हूं। मुझे विश्वास है कि अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान आप इस गरिमामय सदन की गरिमा को बनाए रखेंगी। मुझे यह भी उम्मीद है कि सदस्य सदन के सुचारू संचालन में सहयोग करेंगे।कांग्रेस विधायक दल के नेता ताराप्रसाद बहिनीपति और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के एकमात्र विधायक लक्ष्मण मुंडा ने भी पाढ़ी को ओडिशा विधानसभा की अध्यक्ष चुने जाने पर बधाई दी।
सुरमा पाढ़ी ने रच दिया इतिहास
बीजू जनता दल (बीजद) की प्रमिला मलिक के बाद पाढ़ी, ओडिशा विधानसभा की अध्यक्ष बनने वाली दूसरी महिला हैं। राज्य में पहली बार बीजेपी अपने दम पर सरकार बनाई है। वह राज्य में बीजेपी की तरफ से पहली महिला स्पीकर भी हैं। पाढ़ी ने विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने के बाद कहा, ”मुझे इस गरिमामय सदन का अध्यक्ष चुनने के लिए मैं सभी का हृदय से आभार व्यक्त करती हूं। मैं एक साधारण परिवार से हूं और मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे इतना प्रतिष्ठित पद और जिम्मेदारी हासिल होगी। मैं अभिभूत हूं।
सुरमा पाढ़ी कौन हैं?
सुरमा पाढ़ी पहली बार साल 2004 में बीजेपी के टिकट पर नयागढ़ जिले की रानपुर सीट से विधायक चुनी गई थीं. वह 2004 से 2009 तक ओडिशा में बीजेडी और बीजेपी गठबंधन की सरकार में सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का भी पद संभाल चुकी हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाढ़ी बीजेपी में 1988 में शामिल हुई थीं.
बीजेपी ने इस बार ओडिशा विधानसभा में अकेले दम पर बहुमत हासिल करने के बाद सरकार बनाई है. पार्टी को 147 सीट में से 78 सीट पर जीत मिली है. बीजेडी के पास 51 विधायक हैं, कांग्रेस के पास 14, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के पास एक विधायक है, जबकि तीन विधायक निर्दलीय हैं.