राघोपुर के रुस्तमपुर कच्ची दरगाह से राघोपुर आने के दौरान पीपा पुल से नाव टकराने से मौके पर अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, कोई हताहत नहीं हुआ।
जानकारी के मुताबिक नाव कच्ची दरगाह घाट की तरफ से राघोपुर की तरफ आ रही थी। इसी दौरान यह पीपा पुल के ड्रम से टकरा गई।
लोगों की मदद से यात्रियों को सुरक्षित उतारा गया
वहीं, फिर कुछ लोगों की मदद से पीपा पुल के सहारे कुछ लोग को उतारा गया। वही दूसरे नाव लाकर लोगों को नदी पार कराया गया। नाव पर करीब 100 लोग सवार थे। नाव पर सवार अधिकतर सरकारी शिक्षक थे।
सभी महिला-पुरुष सवारी चीखने-चिल्लाने लगे
टकराने के बाद नाव पर सवार सभी महिला-पुरुष सवारी चिखने और चिल्लाने लगे। नाव पर सवार लोगों के मुताबिक नाव पर करीब 100 से अधिक लोग सवार थे। बताया गया कि राघोपुर के कच्ची दरगाह रुस्तमपुर घाट पटना की तरफ से नाव रुस्तमपुर घाट राघोपुर के लिए खुली थी। इसी दौरान पानी का तेज बहाव होने के कारण नाव पीपा पुल से टकरा गया। इस दौरान अफरातफरी मच गई।
नाव को पीपा पुल में सटाकर सभी लोगों को उतारा गया
नाव पर सवार कुछ लोगों ने हिम्मत से काम लिया और नाव को पीपा पुल में सटाकर कुछ सवारी को सुरक्षित उतार दिया। इस दौरान जान जोखिम में डालकर नाव से पीपा पुल के ड्रम के माध्यम से पीपा पुल पर चढ़े। वही आनन-फानन में दुसरे रूस्तमपुर घाट पर से आनन-फानन में दूसरे नाविक नाव लेकर आए उसके बाद सभी सवारी को सुरक्षित नदी पार कराया गया।
सवार लोगों ने बताई नाविक की लापरवाही
नाव पर सवार लोगों ने बताया कि नाविक खुद पैसा वसूलने में लग जाता है और नाव का पतवार अन ट्रेंड लोगों के हाथ में थमा देता है। जिसके कारण यह हादसा हुआ है। नाव पर सवार शिक्षक उमेश कुमार ने बताया कि कच्ची दरगाह से राघोपुर के लिए नाव खुली थी इसी दौरान नाव पीपा पुल के ड्रम से टकरा गई।
नाव पर सवार अधिकतर लोग सरकारी शिक्षक थे
नाव टकराने के पश्चात नाव पर सवार सभी लोग काफी घबरा गए। नाव पर सवार अधिकतर सरकारी शिक्षक थे। उन्होंने बताया कि कुछ शिक्षक को ऑनलाइन अप के माध्यम से अटेंडेंस बनाने का जल्दबाजी था इसलिए पीपा पुल के ड्रम के माध्यम से जान जोखिम में डालकर उतर गए।
शिक्षकों ने और भी नाव की व्यवस्था करने को कहा
शिक्षक उमेश कुमार ने बताया कि राघोपुर में आए दिन छोटी बड़ी घटनाएं घटती रहती हैं। उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी प्रखंड के वरीय अधिकारी को भी दी जाएगी। उन्होंने जिला प्रशासन से सरकारी शिक्षक के लिए अलग से राघोपुर के सभी घाटों पर नाव की व्यवस्था करने की मांग की।
शिक्षक ने कहा कि सरकारी शिक्षक को समय से स्कूल पहुंचना रहता है, इसके लिए जिला प्रशासन को सभी घाटों पर नाव की व्यवस्था करनी चाहिए। ताकि सरकारी शिक्षक समय से विद्यालय पहुंचकर विद्यालय का संचालन कर सके। गोरतलब हो कि राघोपुर के रुस्तमपुर जेठली घाट समेत अन्य घाटों पर ओवरलोड नाव का संचालन पीपा पुल खुलने के बाद से किया जा रहा है।
मवेशी की तरह नाव पर सवारी को बिठाकर नदी पार कराया जा रहा है। मालूम हो कि बीते दिनों संवेदक के स्तर से पीपा पुल को खोल दिया गया। लेकिन संवेदक के द्वारा नदी से पीप और ड्रम को नहीं हटाया गया जिसके कारण ड्रम में नाव टकरा गया।