“ऑपरेशन सिंदूर” के बाद बीएसएफ अधिकारियों द्वारा दी गई इस प्रेस कॉन्फ्रेंस ने न केवल पाकिस्तान की तरफ से हो रही आतंकवादी गतिविधियों की सच्चाई उजागर की है, बल्कि भारत की सीमा सुरक्षा बल की रणनीतिक जवाबी कार्रवाई और उसमें महिला कर्मियों की अग्रणी भूमिका को भी पूरी स्पष्टता से सामने रखा है।
ऑपरेशन सिंदूर: बीएसएफ की प्रेस कॉन्फ्रेंस की मुख्य बातें1. पाकिस्तान की बढ़ती गतिविधियाँ और घुसपैठ की कोशिशें2. महिला जवानों की अग्रिम मोर्चे पर तैनाती3. शहीदों को श्रद्धांजलि और पोस्ट के नामकरण की योजना4. पाकिस्तान को मुँहतोड़ जवाबआरएस पुरा सेक्टर (चित्र पाल, डीआईजी):सुंदरबनी सेक्टर (वरिंदर दत्ता, डीआईजी):सर्विलांस और सटीक हमला (एसएस मंड, डीआईजी):अखनूर क्षेत्र (आईजी शशांक आनंद):रणनीतिक और मनोवैज्ञानिक महत्व:
ऑपरेशन सिंदूर: बीएसएफ की प्रेस कॉन्फ्रेंस की मुख्य बातें
1. पाकिस्तान की बढ़ती गतिविधियाँ और घुसपैठ की कोशिशें
- बीएसएफ आईजी जम्मू शशांक आनंद ने कहा कि:
- पाकिस्तान की तरफ से आतंकी लॉन्च पैड और शिविर फिर से सक्रिय हो रहे हैं।
- एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) पर घुसपैठ की कोशिशें बढ़ रही हैं।
- सुरक्षा बलों को उच्च स्तर की सतर्कता बनाए रखनी होगी।
2. महिला जवानों की अग्रिम मोर्चे पर तैनाती
- ऑपरेशन सिंदूर में बीएसएफ की महिला जवानों की अभूतपूर्व भागीदारी:
- सहायक कमांडेंट नेहा भंडारी ने अग्रिम चौकी की कमान संभाली।
- कांस्टेबल मंजीत कौर, मलकीत कौर, ज्योति, सम्पा, स्वप्ना आदि ने दुश्मन का डटकर मुकाबला किया।
- यह भारतीय सेना और बीएसएफ में महिलाओं की भूमिका में ऐतिहासिक बदलाव का प्रतीक है।
3. शहीदों को श्रद्धांजलि और पोस्ट के नामकरण की योजना
- शहीद हुए वीर जवान:
- सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज, कांस्टेबल दीपक कुमार, और सेना के नायक सुनील कुमार।
- बीएसएफ ने:
- इन शहीदों के नाम पर चौकियों के नाम रखने का प्रस्ताव रखा।
- एक चौकी का नाम “सिंदूर” रखने की सिफारिश की गई — यह ऑपरेशन की सफलता और बलिदान का प्रतीक होगा।
4. पाकिस्तान को मुँहतोड़ जवाब
आरएस पुरा सेक्टर (चित्र पाल, डीआईजी):
- 9 मई को पाकिस्तान ने गोलाबारी और ड्रोन से हमला किया।
- बीएसएफ ने पाकिस्तानी लॉन्च पैड “मस्तपुर” को नष्ट किया।
सुंदरबनी सेक्टर (वरिंदर दत्ता, डीआईजी):
- 8 मई को लूनी लॉन्च पैड पर 18-20 आतंकवादियों की मौजूदगी की जानकारी मिली।
- बीएसएफ ने प्री-एंप्टिव हमला कर उन्हें चौंकाया और भारी नुकसान पहुँचाया।
सर्विलांस और सटीक हमला (एसएस मंड, डीआईजी):
- 8 मई को 40-50 आतंकवादियों की गतिविधियाँ रिकॉर्ड की गईं।
- बीएसएफ ने पहले ही आक्रमण कर उनके रेंजर्स, अधिकारी व आतंकियों को घायल किया।
अखनूर क्षेत्र (आईजी शशांक आनंद):
- 9-10 मई को अखनूर में भारी गोलीबारी हुई।
- बीएसएफ ने योजनाबद्ध तरीके से लूनी लॉन्च पैड को ध्वस्त किया।
#WATCH | Jammu | BSF IG Jammu Shashank Anand says, "We are getting many inputs regarding terrorists returning to their launchpads & camps and possible infiltration along LoC & IB. Security Forces will have to remain alert." pic.twitter.com/ASd3rauAq4
— ANI (@ANI) May 27, 2025
रणनीतिक और मनोवैज्ञानिक महत्व:
- बीएसएफ की तत्परता और सटीक जवाबी रणनीति ने स्पष्ट कर दिया कि भारत अब सिर्फ रक्षात्मक नहीं, प्रतिक्रियाशील और निर्णायक मुद्रा में है।
- महिला सशक्तिकरण और मल्टी-डोमेन ऑपरेशंस में बीएसएफ की नेतृत्वकारी भूमिका उभरकर सामने आई है।
- यह प्रेस कॉन्फ्रेंस भारत की जनता और दुश्मनों – दोनों को यह संदेश देती है कि:
“हम शांति चाहते हैं, लेकिन कमजोरी नहीं। अगर भारत के खून की एक बूंद भी गिरेगी, तो जवाब सीमा पार तक जाएगा।”