मध्य प्रदेश से लेकर राजस्थान, महाराष्ट्र, बिहार, यूपी समेत देश के करीब 8 राज्यों में इस वक्त बस और ट्रक ड्राइवरों ने भारी हड़ताल कर रखी है। हड़ताल के कारण कई क्षेत्रों में सप्लाई, स्कूलों, पेट्रोल पंप आदि पर भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ये लोग नए कानूनों में हिट एंड रन के खिलाफ सख्त सजा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। बस और ट्रक ड्राइवरों की इस हड़ताल का नेतृत्व ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (AITMC) कर रही है। AITMC का कहना है कि नए कानून के पीछे सरकार का इरादा अच्छा है लेकिन कानून में कई खामियां हैं जिनपर दोबारा सोचे जाने की जरूरत है।
कहां-कहां हो रही है हड़ताल?
बीते तीन दिनों से बस और ट्रक ड्राइवर देश के विभिन्न राज्यों में प्रदर्शन कर रहे हैं। इनमें बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, यूपी, उत्तराखंड, गुजरात और पंजाब शामिल हैं। इन राज्यों के अनेक हिस्सों में ड्राइवर हड़ताल और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कई जगहों पर सड़क पर वाहन खड़े कर के टायर जलाकर भी प्रदर्शन किया गया है।
क्या है हिंट एंड रन कानून?
दरअसल केंद्र सरकार ने अपराध को लेकर नए कानून बनाए हैं, जिसके तहत अगर कोई ट्रक या डंपर चालक किसी को कुचलकर भागता है तो उसे 10 साल की जेल होगी. इसके अलावा 7 लाख रुपये जुर्माना भी देना होगा. पहले इस मामले में कुछ ही दिनों में आरोपी ड्राइवर को जमानत मिल जाती थी और वो पुलिस थाने से ही बाहर आ जाता था. हालांकि इस कानून के तहत भी दो साल की सजा का प्रावधान था.
नए कानून के खिलाफ ट्रक चालकों में गुस्सा
सरकार के इस फैसले के बाद ट्रक चालकों में भारी आक्रोश है. इनका कहना है कि यह सरासर गलत है. सरकार को यह कानून वापस लेना होगा. इसको लेकर ग्रेटर नोएडा के ईकोटेक 3 क्षेत्र में भी ट्रक ड्राइवर्स ने वाहन खड़े कर जाम लगा दिया और जमकर नारेबाजी की. हालांकि पुलिस के समझाने पर उन्होंने अपने वाहन हटा दिए.
#WATCH | Himachal Pradesh: Long queues at petrol pumps in Dharamshala as Transport Association, drivers protest against new law on hit and run cases. pic.twitter.com/OWHvqXrTwS
— ANI (@ANI) January 2, 2024
महाराष्ट्र में बड़ा असर
ट्रक ड्राइवर्स की हड़ताल का बड़ा असर महाराष्ट्र में दिखाई दे रहा है। पेट्रोल-डीजल की गाड़ियां पंप तक नहीं पहुंच पा रही है। ईंधन खत्म होने की आशंका के वजह से बड़े पैमाने पर पैनिक बायिंग हो रही है और पेट्रोल पंप पर गाड़ियों की लंबी-लंबी कतारें हैं। गाड़ियों की संख्या ज्यादा होने की वजह से पेट्रोल-डीजल भरने के लिए करीब 1 घंटे का समय लग रहा है। लोग भिवंडी, मुंब्रा शहर से ठाणे में पेट्रोल खरीदने आ रहें हैमाजीवाड़ा पेट्रोल पंप पर पिछले 2 दिनों से ईंधन की गाड़ियां नहीं आई है। अगर दोपहर तक ईंधन की आपूर्ति नहीं हुई तो शाम 4 बजे तक इस पेट्रोल पंप को भी बंद कर दिया जाएगा। ठाणे और उसके आसपास के शहर के कई पेट्रोल पंप या तो बंद हो गए हैं या फिर बहुत कम ईंधन इन पैट्रोल पंप पर बचा है
#WATCH | Nagpur, Maharashtra: People crowd up fuel pumps to fill up their vehicle tanks fearing a shortage of fuel as truck drivers protest against the hit-and-run law. pic.twitter.com/BA8r5aBYWt
— ANI (@ANI) January 1, 2024
इंदौर में भी चक्का जाम
मध्य प्रदेश के इंदौर में ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल का असर पेट्रोल पंप पर भी पड़ा. यहां पेट्रोल पंप पर गाड़ियों की लंबी लंबी लाइनें लग गईं. बताया जा रहा है कि ट्रक ड्राइवरों की ये हड़ताल तीन दिन तक चलेगी. जिसकी वजह से ईंधन पेट्रोल पंप तक नहीं पहुंच पाएगा. इस खबर के फैलते ही लोग पेट्रोल पंप पर पहुंचने लगे, जिसकी वजह से वाहनों की लंबी लंबी कतारें लग गईं.
देवास में दिखा ड्राइवरों का गुस्सा
मध्य प्रदेश के देवास जिले में बस और ट्रक ड्राइवर्स का गुस्सा दिखाई दिया. इस दौरान उन्होंने शहर में 2-3 जगहों पर रास्ते बंद करने के प्रयास किए. उसके बाद रसूलपुर बायपास पर दो घंटे तक चक्काचाम कर दिया, जिसकी वजह से गाड़ियों की लंबी-लंबी लाइनें लग गईं. यहां पुलिस-प्रशासन के समझाने के बावजूद ड्राइवर नहीं माने और प्रदर्शन जारी रहा.
पन्ना में रुके ट्रकों के पहिए
मध्य प्रदेश के ही पन्ना जिले में बस और ट्रक ड्राइवरों ने नेशनल हाईवे-39 पर चक्काजाम किया. बस ड्राइवर्स की हड़ताल से यात्री भी परेशान रहे. इसके साथ ही सड़कों पर गाड़ियों की लंबी-लंबी लाइनें लग गईं. इस दौरान उन्होंने ‘काला कानून वापस लो’ के नारे भी लगाए.
राजस्थान में आधे दिन के लिए गाड़ियों के चक्के जाम, सड़क पर नारेबाजी
राजस्थान के डूंगरपुर में प्राइवेट बस एसोसिएशन ने सोमवार को आधे दिन के लिए गाड़ियों के चक्के रोक दिए। इससे शहर से गांवों में जाने वाली प्राइवेट गाड़िया नहीं चलीं। इससे लोगों को परेशानी हुई। बस, जीप समेत अन्य गाड़ी संचालक नए बस स्टैंड के पास इकट्ठा हुए और जमकर नारेबाजी की।
हिट एंड रन कानून पर विचार करे सरकार
ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (AIMTC) ने हिट एंड रन कानून को सख्त बनाने का विरोध किया है। संगठन के आह्वान पर ही चक्का जाम और हड़ताल शुरू हुई है। AIMTC की अगली बैठक 10 जनवरी को होगी। इसमें फैसला लिया जाएगा कि अगर सरकार उनकी मांगें नहीं मानती है, तो किस तरह से सरकार के सामने अपना पक्ष रखा जाए।
AIMTC के अध्यक्ष अमृत मदान ने कहा कि हिट एंड रन कानून के पीछे सरकार का इरादा अच्छा है, लेकिन प्रस्तावित कानून में कई खामियां हैं। इन पर दोबारा सोचने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ा योगदान परिवहन क्षेत्र और ट्रक चालकों का है। भारत इस समय वाहन चालकों की कमी से जूझ रहा है, लेकिन सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। ऐसे में 10 साल की सजा के प्रावधान के बाद अब ट्रक ड्राइवर नौकरी छोड़ने को मजबूर हो गए हैं।