भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (सीएजी) गिरीश चंद्र मुर्मू फिर से चार वर्ष के कार्यकाल के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के बाहरी लेखापरीक्षक (एक्सटर्नल आडिटर) चुने गए हैं। उनका यह कार्यकाल 2024 से 2027 तक होगा। गिरीश चंद्र वर्तमान में भी डब्ल्यूएचओ में 2019 से इस पद पर हैं। उनका वर्तमान कार्यकाल इसी वर्ष पूरा हो रहा है।
जेनेवा में 76वीं विश्व स्वास्थ्य सभा में सोमवार को चुनाव कराया गया। पहले दौर के मतदान में ही सीएजी मुर्मू को 156 में से 114 मतों से दोबारा चुन लिया गया। इस वर्ष के शुरू में वह जेनेवा में अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आइएलओ) के बाहरी लेखापरीक्षक पद के लिए 2024 से 2027 तक के कार्यकाल के लिए चुने गए थे।
डब्ल्यूएचओ के अलावा मुर्मू वर्तमान में खाद्य एवं कृषि संगठन (2020-25), अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (2022-27), रासायनिक हथियारों के निषेध संगठन (2021-23) और अंतर-संसदीय संघ (2020-22) के भी बाहरी लेखापरीक्षक हैं। वह संयुक्त राष्ट्र के लेखा परीक्षकों के पैनल के सदस्य होने के साथ ही सर्वोच्च लेखा संस्थान (आइएनटीओएसएआई) और एएसओएसएआई के गवर्निंग बोर्ड के भी सदस्य हैं।