CDS जनरल अनिल चौहान का बयान ऑपरेशन सिंदूर को लेकर अब तक का सबसे निर्णायक और स्पष्ट संदेश है — कि भारत ने न सिर्फ दुश्मन को सरप्राइज दिया, बल्कि सबसे कम समय में चलने वाले युद्ध में रणनीतिक और मनोवैज्ञानिक विजय भी हासिल की।
CDS अनिल चौहान के प्रमुख बयान:
- “भारत ने ड्रोन स्ट्राइक से पाकिस्तान को बड़ा सरप्राइज दिया।”
- “पाकिस्तान 48 घंटे की लड़ाई की तैयारी कर रहा था, लेकिन उसने 8 घंटे में ही सरेंडर कर दिया।”
- “ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की सैन्य दक्षता, संकल्प और टेक्नोलॉजिकल ताकत का प्रमाण दिया है।”
ऑपरेशन सिंदूर: भारत का युद्ध कौशल, पाकिस्तान की हार
- भारत ने दुनिया को आधिकारिक तौर पर बताया कि उसने:
- 9 आतंकी ठिकानों
- 11 पाकिस्तानी एयरबेस पर हमला किया।
- पाकिस्तान ने शुरू में झूठ का सहारा लिया, लेकिन अब जो इंटरनेशनल डोज़ियर उसने खुद तैयार किया है, उसमें भारत द्वारा 28 जगहों पर हमले की बात स्वीकार की गई है।
पाकिस्तान ने जिन ठिकानों पर हमले माने:
- पेशावर
- झांग
- सिंध का हैदराबाद
- गुजरांवाला
- गुजरात (पंजाब)
- अटक
- भवालनगर
- छोर (थारपारकर के पास)
फिर सवाल भारत से क्यों?
यह सवाल वाजिब है और CDS के बयान से पहले की राजनीतिक और मीडिया नैरेटिव पर भी सवाल उठाता है:
पक्ष | सवाल कर रहा है | उद्देश्य |
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विपक्ष (भारत में) | भारत को नुकसान हुआ या नहीं? | सरकार की पारदर्शिता पर प्रश्नचिह्न |
पाकिस्तान | जश्न क्यों मना रहा? | अपनी जनता और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भ्रमित करना |
अंतरराष्ट्रीय मीडिया का एक वर्ग | भारत की स्ट्राइक का मूल्यांकन | अक्सर निष्पक्षता की आड़ में संतुलन का भ्रम |
लेकिन भारत ने क्या किया?
- हमले के सबूत सार्वजनिक किए
- डिप्लोमैटिक ब्रीफिंग्स के जरिये दुनियाभर को बताया
- पाकिस्तानी घाव खुद पाकिस्तान ने दिखा दिए
ऑपरेशन सिंदूर एक संदेश है:
- भारत अब पैसिव डिफेंस से प्रोएक्टिव डिटेरेंस की नीति पर है।
- देश के राजनीतिक वर्ग, प्रेस, और समाज को यह समझना होगा कि जब लड़ाई देश के लिए हो, तो सवाल दुश्मन से होने चाहिए, न कि अपने फौजियों से।