अंग्रेजी शासनकाल में भारत से ब्रिटेन ले जाई गई ऐतिहासिक धरोहरों को वापस लाने की कोशिशों में बड़ी कामयाबी मिली है। जल्द ही छत्रपति शिवाजी का ऐतिहासिक वाघनख ब्रिटेन से वापस लाया जा सकता है। महाराष्ट्र सरकार में संस्कृति मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि सरकार कोशिश कर रही है और इस धरोहर को इसी साल नवंबर तक लंदन से भारत लाए जाने की संभावना है।
1 अक्टूबर को लंदन दौरा
मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने बताया है कि उनके विभाग के सचिव और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधिकारी 1 अक्टूबर को लंदन की यात्रा पर जा रहे हैं। इस यात्रा के दौरान ब्रिटेन की सरकार से छत्रपति शिवाजी महाराज के वाघनख को भारत ले जाने के लिए एमओयू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मिलने का समय भी मांगा गया है।
ऐतिहासिक है वाघनख
ब्रिटेन के विक्टोरिया एंड एल्बर्ट म्यूजियम में रखा गया छत्रपति शिवाजी महाराज का ये वाघनख काफी ऐतिहासिक है। उन्होंने इसी वाघनख के जरिए बीजापुर सल्तनत के सेनापति अफजल खान को मारा था। इस कारण लोगों में इसे लेकर काफी आस्था है। इसे वापस लाकर भारत के लोगों के देखने के लिए रखा जाएगा। इसके अलावा छत्रपति शिवाजी महाराज की जगदंबा तलवार को भी वापस लाने पर विचार-विमर्श किया जा रहा है।
कार्यक्रम भी आयोजित होंगे
मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने बताया है कि वाघनख को लाने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ,उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजित पवार भी साथ रहेंगे। इसके भारत आते ही बड़ा समारोह भी आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक समारोह के 350वें वर्ष के अवसर पर संस्कृति विभाग द्वारा कई कार्यक्रम, डाक टिकट का प्रकाशन का भी फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि वाघनख और जगदंबा तलवार कोई वस्तु नहीं बल्कि हमारी आस्था है।