मीडिया में चारधाम यात्रा को लेकर चल रही खबरों के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ग्राउंड जीरो पर उतरकर यात्रा व्यवस्था को परखा। यमुनोत्री मार्ग (बड़कोट) पर मुख्यमंत्री धामी ने सभी प्रोटोकॉल छोड़कर सीधे तीर्थयात्रियों के बीच पहुंचे। उनकी बसें रुकवाकर यात्रियों से रास्ते का फीडबैक लिया। सड़क मार्ग पर मुख्यमंत्री धामी को देखते ही तीर्थयात्रियों को आश्चर्य हुआ और उन्होंने बाबा केदारनाथ का जयघोष भी किया। कुछ तीर्थ यात्रियों ने धर्म रक्षक धामी के नारे लगाने शुरू कर दिए।
मुख्यमंत्री वाहन रोकते हुए दर्जनों बसों में चढ़कर एक-एक तीर्थयात्री से मिले। इधर, देशभर में सभी कार्यक्रम टालने के 24 घंटे के भीतर चारधाम यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री धामी ने प्रशासनिक अधिकारियों पर सख्ती की, जिसका असर धरातल पर दिखने लगा है। लोकसभा चुनाव प्रचार के देशभर में प्रस्तावित कार्यक्रमों को रद कर मुख्यमंत्री धामी ने चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर बैठकें लेनी शुरू की, जो सुबह तक चलीं। बैठकों में अफसरों से जवाब तलब करने के बाद मुख्यमंत्री धामी यमुनोत्री धाम की यात्रा व्यवस्था देखने ग्राउंड जीरो पर उतरे तो सबसे पहले तीर्थयात्रियों के बीच पहुंचे।
मुख्यमंत्री धामी ने एक-एक तीर्थयात्री से यात्रा व्यवस्था से जुड़ी जानकारी ली। तीर्थयात्रियों ने मुख्यमंत्री को सभी जानकारी दी। कुछ यात्रियों ने सराहना की और कुछ ने मुख्यमंत्री धामी का ध्यान कुछ समस्याओं और सुझावों की तरफ आकर्षित कराया। मुख्यमंत्री ने भी अफसरों को मौके पर ही सभी का निदान करने को कहा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने रहने, खाने, मार्ग पर जाम एवं अन्य व्यवस्थाओं को लेकर जानकारी ली। वह बसों और टैक्सियों में बैठे तीर्थयात्रियों से भी मिले और यात्रा व्यवस्था पर फीडबैक लिया। इस दौरान राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात आदि से पहुंचे तीर्थयात्रियों ने सरकार की व्यवस्था की खुले मन से तारीफ की। मुख्यमंत्री ने तीर्थयात्रियों से कहा कि इस बार धाम में रिकॉर्ड लोग दर्शन को जुट रहे हैं। सरकार के प्रयास हैं कि सभी को सुगम, सुव्यवस्थित और सुरक्षित दर्शन हों। अव्यवस्था न हो, इसके लिए सभी पंजीकरण और एडवाइजरी का पालन जरूर करें।
चारधाम यात्रा की दुनिया में बड़ी पहचान है। चारधाम यात्रा को लेकर कुछ लोगों द्वारा भ्रामक जानकारी प्रसारित करना गलत है। इससे जहां लाखों लोगों की आर्थिकी और आजीविका पर असर पड़ेगा, वहीं राज्य को नुकसान उठाना पड़ेगा। खासकर कुछ लोग एजेंडा के तहत चारधाम यात्रा को बदनाम करने में तुले हुए हैं। इसके लिए कई तरह के षड्यंत्र रचे जा रहे हैं। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा की पवित्रता एवं पहचान को आंच नहीं आने दिया जाएगा। इसके लिए सरकार कठोर फैसला लेने से भी पीछे नहीं हटेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तीर्थयात्रियों को भरोसा दिया कि चारों धाम में सरकार समुचित व्यवस्था और सुविधा देगी। लेकिन भीड़ बढ़ने पर सहयोग देना सभी का कर्तव्य बनता है। खासकर सरकार की एडवाजरी का सख्ती से पालन करने पर किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होंगी। इसके अलावा यात्रा पंजीकरण का भी अनिवार्य रूप से पालन करें।