भारत सेवाश्रम संघ को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी टीएमसी मुखिया के बयान की कड़ी आलोचना की और कहा कि ये टीएमसी की हार की बौखलाहट को दिखाता है. उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन की पूरी राजनीति हिन्दू विरोध पर आधारित है.
सीएम योगी ने टीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि रामकृष्ण मिशन या भारत सेवाश्रम ये दोनों ही भारत की प्रतिष्ठित धार्मिक और अध्यात्मिक संस्था है. इस संस्था ने देश और दुनिया तक भारत के मूल्यों को पहुंचाने का काम किया है. INDI गठबंधन की पूरी राजनीति हिंदू विरोध पर आधारित है.
#WATCH | On vandalisation of Ramakrishna Mission properties in West Bengal, Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath says, "Ramakrishna Mission or Bharat Sevashram Sangha, both of them are prestigious religious and spiritual institutions of India…The entire politics of the INDI… pic.twitter.com/LL2paTypSY
— ANI (@ANI) May 25, 2024
ममता बनर्जी के बयान पर जताई आपत्ति
सीएम योगी ने कहा, “सनातन धर्म का विरोध करना, भारत के मूल्यों और आदर्शों का विरोध करना इनके स्वाभाविक रूप से इनकी नींव के अनुरूप ही इस प्रकार के बयान TMC जैसे दल दे रहे हैं. ये इनकी हार की बौखलाहट को प्रदर्शित करता है. जिस स्वामी विवेकानंद ने कभी कहा था कि गर्व से कहो हम हिंदू हैं, करोड़ों भारतीय उनसे जुड़े हैं. मुझे लगता है कि कांग्रेस INDI गठबंधन और टीएमसी जैसे दलों को ये लोग मुंह तोड़ जवाब देंगे”
#WATCH गोरखपुर: भारत सेवाश्रम संघ मामले पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "…INDI गठबंधन की पूरी राजनीति हिंदू विरोध पर आधारित है। सनातन धर्म का विरोध करना, भारत के मूल्यों और आदर्शों का विरोध करना। स्वाभाविक रूप से इनकी नींव के अनुरूप ही इस प्रकार के बयान… pic.twitter.com/2VRDSTL7Df
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 25, 2024
ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा जैसे रावण के समय लोग ऋषि मुनियों को धमकी देते थे. उसी प्रकार की स्थिति इनके द्वारा पैदा करने का प्रयास हो रहा है. लेकिन सनातन धर्म इस तरह की गीदड़-भभकी से डरने वाला नहीं हैं. सीएम योगी ने इस दौरान पिछड़ों के आरक्षण में मुस्लिम आरक्षण मुद्दे भी निशाना साधा और कहा कि इसके लिए कांग्रेस और टीएमसी सरकार को माफी मांगनी चाहिए.
बता दें ममता बनर्जी ने 18 मई को एक चुनावी सभा में भारत सेवाश्रम बेलडांगा इकाई के प्रमुख स्वामी प्रदीप्तानंद उर्फ कार्तिक महाराज को लेकर कहा था कि मैं उन्हें साधु नहीं मानती वो सीधे तौर पर राजनीति में शामिल हैं और बीजेपी के प्रभाव में काम कर रहे हैं. हालांकि बाद में विवाद बढ़ने पर ममता बनर्जी ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि वो रामकृष्ण मिशन के खिलाफ नहीं बल्कि उन्होंने सिर्फ कार्तिक महाराज के नाम का जिक्र किया था.