पश्चिम बंगाल में रंगापानी स्टेशन के पास सोमवार को एक मालगाड़ी और सियालदह जाने वाली कंचनजंगा एक्सप्रेस के बीच टक्कर हो गई, जिसमें कम से कम पांच लोग मारे गए और करीब 30 अन्य लोग घायल हो गए. पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी. इस घटना पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने दुख व्यक्त किया है.
उन्होंने अपने सोशल मीडिया के जरिए पोस्ट कर लिखा, ‘पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में रेल दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दु:खद एवं हृदयविदारक है. मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवारों के साथ हैं. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान व घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें.’
पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में रेल दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दु:खद एवं हृदयविदारक है।
मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवारों के साथ हैं।
प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान व घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 17, 2024
उत्तर बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से लगभग सात किलोमीटर दूर यह हादसा हुआ. फिलहाल घटनास्थल पर बचाव और राहत कार्य जारी है. घायलों को निकटवर्ती अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘इस दुर्घटना में अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 30 लोग घायल हुए हैं. इनकी हालत गंभीर नहीं है.’
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
इस बीच, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण हादसा एनएफआर जोन में हुआ. बचाव अभियान युद्ध स्तर पर चल रहा है. रेलवे, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) समन्वय के साथ काम कर रहे हैं. घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है. वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं.’
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मालगाड़ी के इंजन ने कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी जिससे कंचनजंगा एक्सप्रेस के पिछले तीन डिब्बे पटरी से उतर गए. उत्तर सीमांत रेलवे के कटिहार डिवीजन के डिवीजनल रेलवे प्रबंधक (डीआरएम) ने बताया कि 13174 कंचनजंगा एक्सप्रेस अगरतला से सियालदह जा रही थी तभी यह दुर्घटना हुई.
इस दुर्घटना पर सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी नजर बनाए हुए हैं. सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर उन्होंने लिखा कि जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, डॉक्टर, एंबुलेंस और आपदा टीमों की मौजूदगी में युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य जारी है.