भारतीय संविधान के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में दिल्ली में आयोजित ‘हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान’ कार्यक्रम एक ऐतिहासिक और गर्व का अवसर है। यह आयोजन संविधान सभा द्वारा 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान को अपनाने की याद में किया गया है, जिसे हर साल संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है।
कार्यक्रम की मुख्य बातें:
- स्मारक सिक्का और डाक टिकट का विमोचन:
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संविधान की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर स्मारक सिक्का और डाक टिकट जारी किए। यह संविधान के महत्व और उसकी ऐतिहासिक यात्रा को दर्शाने का प्रतीक है।
- महत्वपूर्ण उपस्थिति:
- कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी मौजूद रहे।
- यह राष्ट्रीय एकता और संविधान के प्रति सभी राजनीतिक दलों की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
- राष्ट्रपति का संबोधन:
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संविधान के महत्व और उसकी प्रासंगिकता पर जोर देते हुए दोनों सदनों को संबोधित किया।
- उन्होंने संविधान के लोकतंत्र, समानता, और न्याय के मूल सिद्धांतों को बनाए रखने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
#WATCH | Delhi: President Droupadi Murmu, Vice President Jagdeep Dhankhar, Prime Minister Narendra Modi and other leaders attend the Constitution Day celebration event at Samvidhan Sadan.
(Source: Sansad TV) pic.twitter.com/QMUoxcqZw2
— ANI (@ANI) November 26, 2024
भारतीय संविधान: गौरव की यात्रा
- भारतीय संविधान को दुनिया का सबसे विस्तृत और जीवंत संविधान माना जाता है।
- इसे डॉ. भीमराव अंबेडकर और संविधान सभा के अन्य सदस्यों की कड़ी मेहनत और दूरदर्शिता का परिणाम माना जाता है।
- 26 नवंबर 1949 को इसे अपनाया गया, और 26 जनवरी 1950 को यह लागू हुआ।
संविधान दिवस का महत्व:
- यह दिन हमें संविधान के निर्माण की ऐतिहासिक प्रक्रिया और इसके मूल्यों की याद दिलाता है।
- संविधान का पालन करके देश की प्रगति और लोकतंत्र की मजबूती सुनिश्चित की जा सकती है।
“हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान” कार्यक्रम देशवासियों को संविधान के प्रति सम्मान और इसके संरक्षण की जिम्मेदारी का आह्वान करता है।
“जय हिंद, जय संविधान।”
#WATCH | Delhi: At the Constitution Day celebration event at Samvidhan Sadan, Lok Sabha Speaker Om Birla says "I congratulate crores of Indians celebrating Constitution Day today. 75 years ago, on this day, our Constitution was codified. Under the leadership of the President, the… pic.twitter.com/tNFOsCXoW7
— ANI (@ANI) November 26, 2024
- राष्ट्रपति ने कहा कि हमारा संविधान प्रगतिशील और समावेशी है. न्याय, स्वतंत्रता, समता, बंधुत्व संविधान के आदर्श हैं. संविधान जीवंत और प्रगतिशील दस्तावेज है. हमारा संविधान अन्य देशों के लिए आदर्श है. संविधान से सामाजिक न्याय के लक्ष्य प्राप्त किए. नारी शक्ति वंदन अधिनियम से महिला सशक्तिकरण हुआ.
- राष्ट्रपति ने कहा कि आज हम ऐतिहासिक अवसर के साक्षी हैं. उन्होंने सविंधान सभा के सभी सदस्यों को श्रद्धांजलि दी.
- संविधान के 75 साल पूरे होने पर संसद के दोनों सदनों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि संविधान लोकतंत्र की आधारशीला है. संविधान देश का सबसे पवित्र ग्रंथ है. भारत लोकतंत्र की जननी है.
- संविधान के 75 साल पूरे होने पर राष्ट्रपति ने स्मारक सिक्के का विमोचन किया और डाक टिकट भी जारी किया.
- वहीं, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि सविंधान सभी को मौलिक अधिकार देता है. ये हमारे लिए ऐतिहासिक क्षण है. भारत के संविधान की दुनिया में तारीफ हो रही है. सविंधान में सभी को समान अवसर दिया गया है.
- कार्यक्रम की शुरुआत में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि पीएम मोदी जी की प्रेरणा से साल 2015 में हमने 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाने का ऐतिहासक निर्णय लिया था. हमारा सविंधान हमारे पूर्वजों के सभ्यता का परिणाम है. भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है. आज इसके 75 साल पूरे हो रहे हैं. देश संविधान के प्रति कृतज्ञता प्रकट कर रहा है.