कर्नाटक सरकार की एक वरिष्ठ अधिकारी की बेंगलुरु में चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। बेंगलुरु पुलिस ने अधिकारी प्रतिमा केएस की हत्या मामले में एक कॉन्ट्रैक्ट ड्राइवर को गिरफ्तार किया है। ड्राइवर ने यह स्वीकार किया कि वह पिछले पांच साल से अनुबंध पर काम कर रहा था और अचानक से नौकरी ने निकाले जाने के बाद उसने अधिकारी की हत्या कर दी। ड्राइवर की पहचान किरण के रूप में की हुई है।
रिपोर्ट के मुताबिक ड्राइवर किरण ने कबूल कर लिया है कि उसने ही प्रतिमा का मर्डर किया क्योंकि उसने उसे नौकरी से निकाल दिया था। हत्या के बाद वह चामराजनगर भाग गया, जो बेंगलुरु से लगभग 200 किमी दूर है।
बेंगलुरु में केएस प्रतिमा (43) की 4 नवंबर को हत्या कर दी गई थी। पुलिस को 5 नवंबर को प्रतिमा का शव उनके घर पर मिला था।
साथी बोले- प्रतिमा बहुत बहादुर अफसर थीं
उनकी हत्या को लेकर उनके साथी अफसरों ने हैरानी जताई है। प्रतिमा के सीनियर अधिकारी दिनेश का कहना है कि प्रतिमा ने हाल ही में कुछ जगहों पर छापेमारी की थी। वे बहुत एक्टिव और बहादुर महिला थीं।
चाहे छापेमारी हो या कोई कार्रवाई, उन्होंने डिपार्टमेंट में बड़ा नाम कमाया। प्रतिमा का कोई दुश्मन नहीं था, वे अपना काम नियमों को ध्यान में रखकर करती थीं, इसीलिए डिपार्टमेंट में सब लोग उनकी तारीफ करते थे।
ऑफिस से घर पहुंचने के आधे घंटे बाद हुआ मर्डर
बेंगलुरु पुलिस के मुताबिक, प्रतिमा रोज रात को 8 बजे ऑफिस से घर जाती थीं। 4 नवंबर को ऑफिस से घर पहुंचने के आधे घंटे बाद यानी रात 8:30 बजे के आसपास उनकी हत्या की गई। प्रतिमा की मौत गला घोंटने और काटने से हुई।
इस घटना को लेकर कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने रविवार 5 नवंबर को ही जांच के आदेश दिए थे। CM के बयान के 24 घंटे के अंदर पुलिस ने कातिल को पकड़ लिया।
चार साल से बेंगलुरु में अकेले रह रही थीं प्रतिमा
पुलिस ने 5 नवंबर को बताया कि प्रतिमा पिछले चार-पांच सालों से यहां अकेली रहती थीं। उनके पति और बेटा शिवमोगा जिले के तीर्थहल्ली गांव में रहते हैं। 4 नवंबर रात से प्रतिमा किसी का फोन नहीं उठा रही थीं। इसके बाद प्रतिमा के भाई आज सुबह उनके घर पहुंचे। वहां प्रतिमा की डेड बॉडी पड़ी थी।
बेंगलुरु सिटी के साउथ डिवीजन के DCP राहुल कुमार ने बताया कि प्रतिमा पिछले चार साल से बेंगलुरु में काम कर रही थीं। वो हर रोज रात 8 बजे ऑफिस से घर आती थी। शनिवार 4 नवंबर को भी करीब 8 बजे प्रतिमा के ड्राइवर ने उन्हें घर ड्रॉप किया था।
पुलिस ने कहा था- हत्या के पीछे वजह साफ नहीं
पुलिस ने लूटपाट के दौरान हत्या की आशंका को खारिज कर दिया था। DCP ने कहा था कि घर से किसी ज्वेलरी या कीमती सामान की चोरी नहीं हुई। मामले की जांच के लिए तीन टीमें बनाई गई थीं। फोरेंसिक और टेक्नीकल टीम भी घटनास्थल पर पहुंची थी।