कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत के सोशल मीडिया अकाउंट से हुई एक आपत्तिजनक पोस्ट और दिलीप घोष के विवादित बयान के मामले पर इलेक्शन कमीशन ने अब एक्शन लिया है. चुनाव आयोग ने महिलाओं के सम्मान और प्रतिष्ठा के खिलाफ अपमानजनक और आक्रामक टिप्पणियों के लिए दिलीप घोष और सुप्रिया श्रीनेत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
बीजेपी ने रविवार को लोकसभा उम्मीदवारों की अपनी पांचवीं सूची जारी की थी. पार्टी ने हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से कंगना को उम्मीदवार बनाया है. इसके बाद कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से कंगना को लेकर एक बेहद आपत्तिजनक ट्वीट किया गया था, जिस पर देखते ही देखते विवाद खड़ा हो गया. अब इस मामले में चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस जारी किया है.
कंगना को मिला लोकसभा का टिकट
कंगना रनौत को भाजपा ने हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है। कंगना रनौत के चुनाव लड़ने पर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कथित सोशल मीडिया हैडल पर एक पोस्ट की थी, जिसमें उन्होंने कंगना को लेकर आपत्तिजनक बात कही थी। हालांकि बाद में सुप्रिया ने पोस्ट को डिलेट कर दिया था।
चुनाव आयोग से की थी शिकायत
हिमाचल की मंडी लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत और मंडी पर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत व एचएस अहीर की आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर विवाद चल रहा है। मंगलवार को राष्ट्रीय महिला आयोग ने चुनाव आयोग से उनकी आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी। राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले में चुनाव आयोग से तत्काल कार्रवाई की मांग की थी। साथ ही इसे महिला सम्मान और गरिमा के विरुद्ध बताया था।
चुनाव आयोग ने क्या कहा?
चुनाव आयोग (ईसी) ने कहा कि उनकी टिप्पणियां अशोभनीय और खराब थीं। चुनाव पैनल ने कहा कि प्रथम दृष्टया, दोनों टिप्पणियां आदर्श आचार संहिता और चुनाव प्रचार के दौरान राजनीतिक दलों को गरिमा बनाए रखने की सलाह का उल्लंघन थीं। दोनों को 29 मार्च शाम तक कारण बताओ नोटिस का जवाब देने को कहा गया है।
क्या है कंगना रनौत और सुप्रिया श्रीनेत का विवाद?
कंगना के विरुद्ध पोस्ट को लेकर हिमाचल प्रदेश भाजपा ने भी चुनाव आयोग से शिकायत की थी। कंगना को लेकर दरअसल पूरा विवाद तब खड़ा हुआ, जब मंडी लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी कंगना को लेकर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत के इंस्टाग्राम अकाउंट से अभिनेत्री की तस्वीर के साथ एक आपत्तिजनक पोस्ट की गई। इसमें लिखा था, ‘क्या भाव चल रहा है मंडी में कोई बताएगा?’ लेकिन विवाद बढ़ते ही सुप्रिया श्रीनेत ने पोस्ट को हटा दिया और सफाई दी कि उन्होंने ऐसा नहीं किया। बल्कि उनके मेटा (इंस्टाग्राम व फेसबुक) अकाउंट का संचालन करने वाले किसी दूसरे व्यक्ति से यह गड़बड़ी हुई है। वह किसी महिला को लेकर ऐसी आपत्तिजनक पोस्ट के बारे में सोच भी नहीं सकतीं।
सुप्रिया श्रीनेत ने दी सफाई
मामले के तूल पकड़ने पर सुप्रिया श्रीनेत ने दावा किया था कि यह पोस्ट उन्होंने नहीं किया था. सुप्रिया ने कहा था कि उनके सोशल मीडिया अकाउंट का एक्सेस कई लोगों के पास है. उन्होंने कहा था कि मेरे फेसबुक और इंस्टा के अकाउंट पर कई लोगों का एक्सेस है. इसमें से किसी व्यक्ति ने आज एक बेहद घृणित और आपत्तिजनक पोस्ट किया था. मुझे जैसे ही इसकी जानकारी हुई मैंने वह पोस्ट हटा दिया.
बीजेपी ने दिलीप घोष को जारी किया नोटिस
वहीं बीजेपी नेता दिलीप घोष ने भी कुछ दिनों पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लेकर एक बेहद विवादित बयान दिया था. खुद उनकी पार्टी बीजेपी ने भी उनके इस बयान से किनारा कर लिया था और नोटिस भेजकर उनसे स्पष्टीकरण मांगा था. विवाद बढ़ता देख दिलीप घोष ने अपने बयान को लेकर स्पष्टीकरण दिया था. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनर्जी के खिलाफ मेरे मन में कोई दुर्भावना नहीं है. अगर किसी को मेरी भाषा और शब्दों से दिक्कत हुई है तो मैं दुख प्रकट करता हूं. दिलीप घोष ने कहा, ‘लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि टीएमसी के नेता भी हमारे नेता सुवेंदु अधिकारी के पिता और परिवार पर गलत टिप्पणी करते हैं उसका क्या? वो भी हमारे नेताओं को गाली देते हैं? क्या हमारा कोई मान-सम्मान नहीं है? हमारे भी नेताओं के पिता के बारे में लोग बात करते हैं तो क्या उनका कोई सम्मान नहीं है? सुवेंदु अधिकारी पुरुष हैं इसलिए कोई कुछ नहीं बोलता है लेकिन खुद के ऊपर आता है तो महिला कार्ड लेकर सामने आ जाते हैं. मैं पार्टी को जवाब दूंगा.’