लोकसभा में जम्मू-कश्मीर विधेयक पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक बेहद महत्वपूर्ण बयान दिया है। गृह मंत्री ने मंगलवार को लोकसभा में कहा, ‘एक देश में दो प्रधानमंत्री, दो संविधान और दो झंडे कैसे हो सकते हैं? जिन लोगों ने ऐसा किया, उन्होंने गलत किया। पीएम मोदी ने इसे ठीक किया। हम 1950 से कह रहे हैं कि देश में ‘एक प्रधान, एक निशान, एक विधान’ होना चाहिए और हमने यह किया।’ शाह तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय द्वारा बिल पर की गई टिप्पणियों पर बोल रहे थे।
अनुच्छेद 370 के प्रावधानों में क्या था खास?
अनुच्छेद 370 के प्रावधानों के अनुसार, संसद को जम्मू–कश्मीर के बारे में रक्षा, विदेश मामले और संचार के विषय में कानून बनाने का अधिकार था, लेकिन किसी अन्य विषय से संबंधित कानून को लागू करवाने के लिए केन्द्र को राज्य सरकार की मंजूरी लेनी होती थी। भारत की संसद जम्मू–कश्मीर के संबंध में सीमित क्षेत्र में ही कानून बना सकती थी। अनुच्छेद 370 की वजह से जम्मू–कश्मीर राज्य पर भारतीय संविधान की अधिकतर धाराएं लागू नहीं होती थीं। भारत के दसरे राज्यों के लोग जम्मू–कश्मीर में जमीन नहीं खरीद सकते थे। केंद्रीय सूचना का अधिकार अधिनियम भी इस सूबे में लागू नहीं होता था
Union Home Minister Amit Shah during discussion on J&K bills in Lok Sabha
"How can a country have two PMs, two constitutions and two flags? Those who did this, they did wrong. PM Modi corrected it. We have been saying since 1950 that there should be 'Ek Pradhan, Ek Nishan, Ek… pic.twitter.com/oyKUtrMlju
— ANI (@ANI) December 5, 2023