अहमदाबाद के लाल दरवाजा इलाके में एक गौरक्षक, मनोज बारिया, पर घातक हमला किया गया। यह हमला बीफ तस्करी की शिकायत के कारण हुआ, जिसे उसने कुछ समय पहले ही दर्ज कराया था।
घटना का विवरण:
- घटना का समय और स्थान:
- घटना रुपाली सिनेमा के पास सुबह करीब 8 बजे हुई।
- मनोज बारिया अपने दोस्त के साथ खड़ा था, तभी कुछ लोग मास्क पहनकर धारदार हथियारों और डंडों से उस पर हमला कर देते हैं।
- बारिया ने हमलावरों में से एक की आवाज से पहचाना कि वह मोहम्मद हुसैन उर्फ लाइट उस्मान घाँची था, जो पहले बीफ तस्करी मामले में उसका प्रतिद्वंदी था।
- आरोप और प्रतिशोध:
- मनोज बारिया ने तीन महीने पहले हुसैन और उसके साथियों के खिलाफ गांधीनगर में 700 किलो बीफ की शिकायत दर्ज कराई थी।
- आरोप है कि उसी दुश्मनी के चलते हुसैन और उसके साथियों ने मनोज बारिया पर हमला किया।
- हमले में मोहम्मद वसीम कुरेशी, मुबीन खान पठान और दो अन्य लोग शामिल थे।
सीसीटीवी फुटेज और पुलिस की कार्रवाई:
- सीसीटीवी फुटेज में हमलावरों को मनोज को घेरते हुए और उसकी पिटाई करते हुए देखा गया।
- पुलिस ने 5 आरोपितों को गिरफ्तार किया और जांच शुरू की। इन आरोपियों में हुसैन, वसीम कुरेशी और अन्य शामिल हैं।
पुलिस की तफ्तीश और गिरफ्तारी:
- पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपितों को ट्रेस किया और गिरफ्तार किया।
- पुलिस ने गिरफ्तार आरोपितों को घटनास्थल पर ले जाकर सीन री-क्रिएट किया।
- आरोपियों पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया, जिसमें धारा 189(2), 191(2), 191(3), और गुजरात पुलिस एक्ट की धारा 135(1) शामिल हैं।
- पुलिस अधिकारी के मुताबिक, आरोपियों की पूछताछ से बाकी के तीन आरोपितों की पहचान हुई, जिन्हें बाद में गिरफ्तार किया गया।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया:
यह घटना एक और बार गुजरात में गोरक्षकों और गोतस्करों के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाती है। बीफ तस्करी से जुड़े आरोपों को लेकर विवाद अक्सर हिंसक घटनाओं का कारण बनते हैं, और इस बार भी मनोज बारिया की शिकायत के चलते यह हमला हुआ।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई और गिरफ्तारी ने इस मामले में स्पष्टता प्रदान की है, लेकिन इस तरह की घटनाओं से जुड़ी राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और सामाजिक असहमति की संभावना बनी रहती है।