केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने श्रीराम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का न्योता ठुकराने पर कांग्रेस पार्टी पर तंज कसा है. धर्मेंद्र प्रधान ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है- प्रभु श्रीराम को काल्पनिक बताने वाली कांग्रेस और उसके नेता प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर भला कैसे स्वीकार कर पाएंगे? न्योता मिलने के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सांसद सोनिया गांधी और पार्टी के वरिष्ठ सदस्य अधीर रंजन चौधरी ने कार्यक्रम में जाने से इनकार कर दिया था.
प्राण प्रतिष्ठा समारोह का न्योता ठुकराने पर कांग्रेस पार्टी पर चौतरफा हमले हो रहे हैं. बीजेपी के कई नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों ने कांग्रेस के इस फैसले की कड़ी आलोचना की है. विश्व हिंदू परिषद ने भी टिप्पणी में कहा है कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में नहीं आना कांग्रेस पार्टी का फैसला निजी है, ये उनकी मर्जी की बात है.
प्रभु श्रीराम को काल्पनिक बताने वाली कांग्रेस और उसके नेता प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर भला कैसे स्वीकार कर पाएंगे?
जिसने श्रीराम मंदिर की राह में बाधा बनने में कोई कसर नहीं छोड़ी, उस कांग्रेस को भला यह भव्य अवसर कैसे अच्छा लगेगा? प्राण-प्रतिष्ठा के आयोजन का निमंत्रण ठुकरा कर…
— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) January 10, 2024
धर्मेंद्र प्रधान ने कांग्रेस पर साधा निशाना
अब केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए लिखा है- जिसने श्रीराम मंदिर की राह में बाधा बनने में कोई कसर नहीं छोड़ी, उस कांग्रेस को भला यह भव्य अवसर कैसे अच्छा लगेगा? प्राण-प्रतिष्ठा के आयोजन का निमंत्रण ठुकरा कर कांग्रेस ने श्रीराम और श्रीराम मंदिर के प्रति अपनी कटुता को एक बार फिर जाहिर कर दी है.
प्राण प्रतिष्ठा का साक्षी बनना सौभाग्य की बात
धर्मेंद्र प्रधान ने एक्स पर आगे लिखा है- प्राण प्रतिष्ठा का प्रत्यक्ष साक्षी बनना हर भारतीय का परम सौभाग्य होगा. कांग्रेस के नेताओं का दुर्भाग्य ही है कि परिवार प्रथम और तुष्टिकरण की राजनीति के लिए आज वे देश की जन-भावना का तिरस्कार कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री ने यह भी लिखा कि मोदी-भाजपा का विरोध करते-करते कांग्रेस देश का विरोध तो करने ही लगी थी, अब प्रभु श्रीराम का भी विरोध करने लगी है.